न्यूज़ डेस्क– देश की राजधानी दिल्ली में इस वक्त व्यपारियों के लिए अगर कोई मुद्दा है तो वह है दिल्ली में हो रही सीलिंग। दिल्ली सरकार में सत्ता पर काबिज़ आम आदमी पार्टी की सरकार एमसीडी और बीजेपी पर सीलिंग का ठीकरा फोड़ रही है।
वही अब व्यपारियों को यह समझ नहीं आरहा है कि, वह अपनी समस्या का समाधान करवाने के लिए जाएं तो जाएं कहा इसी मुद्दे पर जब हमारी टीम गाँधी नगर पहुंची और जनता के बिच से इस मुद्दे को जानने की कोशिश की तो हैरान कर देने वाली बातें सामने आई है।
आम आदमी पार्टी से सीधे कहा जा रहा है की रिटेल एफडीआई को लाने के लिए स्लिंग की जा रही है और इसके लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार है। वहीं आम आदमी पार्टी के आरोपों को लेकर गांधी नगर के व्यापारी इत्तेफाक नहीं रखते है। उनका कहना है की सीलिंग तो एमसीडी कर रही है लेकिन ये आदेश तो सुप्रीम कोर्ट का है।
अगर दिल्ली सरकार को सीलिंग को लेकर इतनी ही चिंता है तो वो सीलिंग के खिलाफ कोर्ट क्यों नहीं जाते। सरकार कोर्ट चले हम भी उनका साथ देंगे।एक व्यापारी ने कहा की एमसीडी अगर सीलिंग कर रही है तो करे लेकिन वो वजह भी बताए। दूसरी बात की वो सीलिंग करने से पहले सुचना तो दे ताकि दूकानदार अपना सामान निकाल सके।
वहीं कुछ और व्यापारी ने कहा की सीलिंग की गाज सिर्फ दूकानदार पर ही क्यों गिरे। इसके लिए तो ज़िम्मेदार एमसीडी के आला अधिकारी भी है। जब अवैध निर्माण होता है,टैक्स जमा नहीं होता है तो वो सोए रहते है और बाद में सीलिंग करने आ जाते है।