गोरखपुर के उप-चुनावों को हारने के बाद विपक्ष लगातार ये कह रही है कि 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 की तरह पूर्ण बहुमत से सरकार नही बना पाएगें और इसी पर चर्चा के लिए जन की बात सीईओ प्रदीप भंडारी को न्यूज़24 पर राष्ट्र की बात कार्यक्रम में एंकर मानक गुप्ता से बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया। इस वाद-विवाद की शुरूआत में ही प्रदीप भंडारी से पूछा गया कि क्या मोदी-मुक्त नारा मुंगेरीलाल के सपनें है या कुछ और?
जिसपर उन्होने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि, ‘‘बिल्कुल, ये सिर्फ मुंगेरीलाल के सपने है क्योकि एक तरफ प्रधानमंत्री मोदी है और दूसरी तरफ एक ऐसा विपक्ष है जिसमें हर कोई प्रधानमंत्री बनना चाहता है।‘‘ एक तटस्थ देखने वाले की नज़र से प्रदीप भंडारी ने कहा कि, ‘‘2014 के बाद से सिर्फ बिहार को छोड़ कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहाॅं भी रैली करने गए, चुनाव प्रचार करने गए वहाॅं के चुनावों को भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से जीती है। देश की जनता किसी भी ऐसी पार्टी को वोट नही देगी जिसमें से हर कोई प्रधानमंत्री बनना चाहता है, विपक्ष को ये बात पता ही नही है कि उनकी तरफ से प्रधानमंत्री पद संभालेगा कौन? किसके हाथों में सौंपी जाएगी देश की बागडोर? कोई कहता मायावती प्रधानमंत्री बनेंगी तो कोई कहता है राहुल गांधी, अगर सभी प्रधानमंत्री बन जाऐंगे तो देश कौन संभालेगा।
सिर्फ गोरखपुर की जीत किसी भी पार्टी के लिए 2019 के चुनावों को जीतना आसान नही कर देती है।‘‘ इसी के साथ प्रदीप भंडारी ने पेनल में काग्रेंस के प्रवक्ताओं को ये भी समझाया कि 2019 का चुनाव मोदी के बारे में ही है और इस बात को कोई नही झुठला सकता है कि जहाॅं भी प्रधानमंत्री मोदी ने प्रचार किया है भाजपा ने जीत हासिल की है। देश का युवा, देश की आम जनता नरेन्द्र मोदी के हाथों अपना भविष्य सौंपना चाहती है और अगर ऐसा नही है तो क्यों कांग्रेस जहाॅं कही से भी चुनाव लड़ रही है वहाॅं से अपना डिपोज़िट भी खोती जा रही है, त्रिपुरा का उदाहरण अभी ताज़ा ही है। विपक्ष द्वारा पकाई जा रही इस खिचड़ी को आम जनता पंसद नही करेगी क्योकि किसी भी पार्टी का एक ऐसा चेहरा तो होना चाहिए जिसपर आम जनता भरोसा कर सकें जो भाजपा में प्रधानमंत्री मोदी का है लेकिन विपक्ष में नही है।