महाराष्ट्र में कोरोना के साथ-साथ राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। बीजेपी – शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन पर आरोप लगा रही है कि तीनों दल एक दसरे के साथ नहीं है। जबकि शिवसेना बीजेपी पर आरोप लगा रही है कि बीजेपी राज्य में सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है। इसी बीच राहुल गांधी के बयान ने भी कल से महाराष्ट्र सरकार को काफी परेशानी में डाला है। विपक्ष भी इस बयान को लेकर सरकार पर निशाना साध रहा है।
राहुल गांधी का बयान
कल राहुल गांधी एक वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान एक पत्रकार ने उनसे महाराष्ट्र की स्थिति के बारे में पूछा। इस दौरान राहुल गांधी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ गए और राहुल गांधी ने कैमरे पर बोला कि महाराष्ट्र में उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने चार राज्यों के नाम गिनाए पंजाब, राजस्थान, पांडुचेरी और छत्तीसगढ़ और कहा कि हम सिर्फ इन्हीं राज्यों में की डिसीजन मेकर है।
आपको बता दें कि महाराष्ट्र में तीन दलों की सरकार है शिवसेना के मुख्यमंत्री हैं जबकि कांग्रेस और एनसीपी सरकार में रहकर सपोर्ट कर रही है। यही नहीं महाराष्ट्र में कांग्रेस के 12 मंत्री भी सरकार का हिस्सा है जो कि अहम विभागों को संभाल रहे हैं। इसके साथ ही झारखंड में भी कांग्रेस सरकार की प्रमुख सहयोगी है और मंत्रिमंडल में हिस्सा है। लेकिन राहुल गांधी झारखंड और महाराष्ट्र को सरकार में होना नहीं मानते।
बीजेपी हमलावर
आपको बता दें कि बीजेपी पहले से ही आरोप लगा रही है कि महाराष्ट्र में तीनों दल एक दूसरे से खुश नहीं है। इसके पहले भी बीजेपी ने कहा कि शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मिलते हैं तो कांग्रेस नहीं होती है। जबकि कांग्रेस और शिवसेना मिलती है तो एनसीपी नहीं होती है। मतलब तीनों दलों में बैठ नहीं रही है। इसके साथ ही बीजेपी ने आरोप लगाया कांग्रेस पर कि कांग्रेस अब महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए जिम्मेदारियों से भाग रही है और राज्य को परेशानियों की ओर झोक रही है।