अमन वर्मा (जन की बात)
विश्व पर्यावरण दिवस पर सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए, सबसे पहले हमें जानने की जरूरत है की कैसे वास्तव मे जो चीज़ हमारी सुविधा के लिए बनाई जाती हैं, उसका पर्यावरण पर कितना बुरा असर पड़ता है, शुरू करते हैं सौंदर्य उत्पाद से।
क्या आपने कभी सोचा है कि मनुष्यों का स्वार्थी और विनाशकारी स्वभाव हमारी धरती को कैसे प्रभावित कर रहा है? क्या आपने इस बात पर भी शोध करने की जहमत उठाई है कि पर्यावरण के विनाश में मानव कैसे प्रमुख योगदान दे रहा है? खैर, अब ऐसा करने का समय आ गया है। सौंदर्य उत्पाद जैसी सरल चीजें जो आप रोज़ाना उपयोग कर रहे हैं, वो आप तक पहुंचने से पहले, जानवरों और पर्यावरण को पीड़ित बनाती है और उन पर हानिकारक प्रभाव डालती है। राइनो हॉर्न और कीमती हाथी दांत के लिए अवैध पशु व्यापार के अलावा, सौंदर्य उद्योग पर्यावरण और जैव विविधता (बायो डाइवर्सिटी) को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
इनसे होने वाले विनाश को रोकने और लोगों को पृथ्वी पर इको-सिस्टम को सुरक्षित करने और शिक्षित करने के लिए, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1974 में विश्व पर्यावरण दिवस नामक एक विश्वव्यापी अभियान शुरू किया। यह हर साल 5 जून को मनाया जाता है। विषय पर्यावरण दिवस 2020 का थीम “जैव विविधता एक चिंता है, जिसे अस्तित्व ने रखना ज़रूरी है।” हम अकेले इस घरती पर नही रह सकते हैं, हमें अपने अस्तित्व के लिए अपने आसपास के वनस्पतियों और जीवों को भी बचाना होगा।
पहले हमें यह जानना होगा कि हम वास्तव में विनाश का कारण कैसे बन रहे हैं। आइए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में सौंदर्य उत्पादों की भूमिका को समझने के साथ शुरू करें।
आपकी सनस्क्रीन क्रीम कोरल रीफ्स को नष्ट कर सकती है!
अधिकांश सनस्क्रीन में इस्तेमाल होने वाले सबसे आम सामग्री में से एक ऑक्सीबेनज़ोन है, जो एक सक्रिय रसायन है जो यूवीए और यूवीबी किरणों को अवशोषित करने के लिए जाना जाता है। हालांकि यह आपको सूर्य की किरणों के हानिकारक प्रभावों से बचाता है, लेकिन इसका रासायन कोरल रिफ्स पर विनाशकारी प्रभाव डालता है। यह कोरल रिफ्स को नष्ट करता है। जब हम इस रसायन युक्त सनस्क्रीन को लगाने के बाद समुद्र में तैरते हैं, तो हम पानी के नीचे के पारिस्थितिकी तंत्र को ऑक्सीबेंज़ोन में उजागर करते हैं। यह कोरल रिफ्स के डीएनए को नुकसान पहुंचाता है और नए कोरल के प्रजनन और विकास को भी प्रभावित करता है। विशेष रूप से, कोरल रीफ समुद्री जीवों की एक के लिए निवास स्थान हैं और वे लाखों लोगों के भोजन का स्रोत भी हैं।
इससे होने वाले नुकसान को कैसे रोका जाए? हमेशा मिनरल बेस्ड सनस्क्रीन ही खरीदें। जैसे कि टाइटेनियम डाइऑक्साइड और जिंक ऑक्साइड।
आपका वेट वाइप्स समुद्री जीवों की मृत्यु का करकं बन रहा है!
वेट टिश्यू वाइप्स को व्यापक रूप से हर जगह इस्तेमाल किया जाता है। अधिकांश लोग इन वाइप टिश्यू को फ्लश कर देते हैं। बिना ये जाने की ये सिंथेटिक फाइबर से बने होते हैं जो प्लास्टिक का रूप है, पहले यही टिससुज सीवेज सिस्टम को ब्लॉक करते हैं फिर नदियों और महासागरों में जा कर वहां के जीव जंतुओं की हत्या का कारण बने हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वहाँ जब जीव इसे कहते हैं तो ये उनकी आंतों में फस जाता है, जिसके परिणामस्वरूप, वे मर जाते हैं।
इसके नुकसान को कैसे रोका जाए? इन टिश्यू वाइप्स को खरीदने से पहले ये देख ले कि ये किस्से बना है हमेशा कार्बनिक लकड़ी की पल्प, कपास, से बनी टिश्यू वाइप्स ही ख़रीदे।