2020 बॉलीवुड के लिए काल के रूप में सामने आया है। बॉलीवुड के अंदर एक के बाद एक सितारों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सुशांत सिंह द्वारा आत्महत्या करने के बाद लगातार तरह तरह की बाते भी सामने आरही है।
सुशांत सिंह राजपूत का जन्म बिहार के पटना में हुआ है। उनकी शुरुआती स्कूलिंग सेंट करेंस हाई स्कूल में हुई थी। जिसके बाद वह अपने परिवार के साथ दिल्ली शिफ्ट हो गए। कुलाची हंसराज मॉडल हाई स्कूल के साथ दिल्ली में अपनी आगे की पढ़ाई शुरू की। सुशांत सिंह राजपूत ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में सातवीं रैंक हासिल की थी।
इसके साथ ही सुशांत ने 11 यूनिवर्सिटियों के इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा पास की। जिसमें आईआईटी धनबाद का नाम भी शामिल है। इंजीनियरिंग कॉलेज के तीसरे साल में कॉलेज छोड़ एक्टिंग का रुख किया। सुशांत सिंह राजपूत फिजिक्स में नेशनल ओलंपियाड चैंपियन भी रह चुके है।
वही अब हरियाणा के आइपीएस अधिकारियों ने इस आत्महत्या को संदेह की नजर से देखना शुरू कर दिया है। हरियाणा के अफसरशाही यह मानने को तैयार नहीं है कि फिल्म अभिनेता सुशांत राजपूत ने आत्महत्या की होगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, सुशांत के जीजा ओपी सिंह हरियाणा में सीनियर आइपीएस अधिकारी हैं,साथ उनके जीजा OP सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर तैनात रहते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय में सलाहकार भी हैं।
हरियाणा के अफसरों के साथ सुशांत सिंह का बहुत अच्छा कनेक्शन था। यही कारण है कि उनकी इस आत्महत्या के पीछे संदेह दिखाई दे रहा है। अफसरों का मानना है कि साधारण से दिखने वाले सुशांत राजपूत किस तरह के डिप्रेशन में होंगे? ऐसे युवक का सुसाइड करना संदेह पैदा करता है।
वही इस पूरे मामले की जानकारी मिलने के बाद सुशांत सिंह के जीजा एडीजीपी ओपी सिंह अपने परिवार के साथ मुंबई के लिए रवाना हो गए। ओपी सिंह हरियाणा के खेल निदेशक भी रहे हैं।
क्या है सुशांत सिंह राजपूत का हरियाणा कनेक्शन
बताया जा रहा है कि, सुशांत राजपूत की बहन की जब ओपी सिंह के साथ शादी हुई थी, तब उनकी उम्र करीब 12 साल थी। तभी से ही सुशांत अपनी बहन व जीजा के पास पंचकूला आते-जाते थे। सुशांत के अभिनेता बनने की शुरुआत भी पंचकूला से ही हुई थी।
सुशांत यहीं पर रहकर क्रिकेट खेलते थे और उन्हेंं थिएटर का बड़ा शौक था। थिएटर करने की भी शुरुआत भी सुशांत ने पंचकूला से ही की थी। सुशांत के फिल्मी करियर की शुरुआत पंचकूला से हुई और यहीं पर उन्होंने कई थिएटर किए।
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी की फिल्म आने के बाद जीजा ओपी सिंह ने सुशांत की मुलाकात हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से कराई थी। सुशांत की असमय मौत पर हरियाणा के आइपीएस और आइएएस अधिकारियों को खासा दुख है। पूरे प्रदेश की अफसरशाही और राजनीतिक गलियारों में सुशांत राजपूत की मौत की खबर चर्चाओं में रही।
एडीजीपी ओपी सिंह हालांकि इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं और परिवार के साथ मुंबई चले गए हैं, लेकिन उनके साथ के अधिकारी बिना नाम छापे यह कहने से नहीं रुक रहे कि सुशांत का व्यवहार काफी अच्छा था। वह शांत स्वभाव का लड़का था और हर किसी का सम्मान करता था।