जन की बात के फाउंडर एंड सीईओ प्रदीप भंडारी ने 30 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए राष्ट्र के नाम संबोधन का विश्लेषण किया कि आखिर प्रधानमंत्री देश के लोगों को किस तरफ इशारा करना चाहते है।
प्रदीप भंडारी ने विश्लेषण में बताया, कि प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन आम जनमानस की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए था। देश भर में विभिन्न राज्यों से लोग अपने स्थानीय राज्यों की ओर गए। प्रधानमंत्री ने समझा कि देश के गरीबों के सामने किस तरह की समस्या आ सकती है। इसी कारण प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत मुफ्त अनाज योजना को नवंबर तक बढ़ा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से संवाद किया है, ना कि लुटियंस की लॉबी से@pradip103#PradeepAnalysis#PMAddress pic.twitter.com/9h5rgykl8L
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) June 30, 2020
प्रदीप भंडारी ने कहा कि यही छोटी छोटी बातें प्रधानमंत्री को आम जनमानस में पॉपुलर बनाती है। जिस कारण प्रधानमंत्री मोदी को 2019 में इतना बड़ा जनादेश प्राप्त हुआ।
सरकार इससे पहले ही मजदूरों के लिए गरीब कल्याण योजना के तहत अपने ही राज्य रोजगार का प्रबंध करने के लिए 50000 करोड़ से अधिक की धनराशि जारी कर चुकी है। इस योजना को लागू करने के लिए केंद्र ने राज्य सरकारों के साथ 12 केंद्रीय मंत्रालयों को भी लगा रखा है।
प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की मास्क लगाना आज के दौर में बेहद जरूरी है। और जो मास्क नहीं लगाएगा उसे आर्थिक दंड का भी सामना करना पड़ेगा।