कोरोना वायरस का खतरा देश में बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन कोरोना संक्रमण के मामले पिछले रिकॉर्ड को ध्वस्त कर रहे हैं। 1 दिन में सर्वाधिक आज 21947 नए मामले आए हैं। इसी के साथ भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 627000 के पार जा चुकी है।
वहीं देश अब अनलॉक 2.0 की तरफ बढ़ रहा है। देश में कुछ पाबंदियों के साथ अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर दी है। वही आए दिन बढ़ते कोरोनावायरस की संख्या भी एक गहन चिंता का विषय बन चुकी है।
एक तरफ जहां दुनियाभर के वैज्ञानिक कोरोना वायरस वैक्सीन की तलाश में जुटे हुए हैं। वही एक ऐसी रिसर्च सामने आई है जो कि, लोगों के अंदर एक सकारात्मक सोच का उदय करने का काम करेगी। शोध के अनुसार बताया गया है कि, वैक्सीन से पहले हार्ड इम्यूनिटी से कोरोनावायरस को मात दी जा सकती है।
जी हां कोरोनावायरस ने के लिए आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को और अधिक मजबूत बनाना होगा। शोध में दावा किया गया है कि 20 फीसदी लोगों के संक्रमित होने के बाद हर्ड इम्युनिटी पैदा होने से कोरोना महामारी खत्म होने लगेगी।
नेचर जर्नल में प्रकाशित एक शोध में कहा गया है कि, आमतौर पर 60 फीसदी आबादी के संक्रमित होने के बाद हर्ड इम्युनिटी पैदा होती है। साइंस जर्नल में प्रकाशित एक शोध में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि, कोरोना के मामले में 43 फीसदी लोगों के संक्रमित होने से हर्ड इम्युनिटी हासिल की जा सकती है।
आपको बता दें कि,10 बड़े शोधकर्ताओं का एक नया शोध मैड रैक्सिव में प्रकाशित हुआ है। जिसमें दावा किया गया है हर्ड इम्युनिटी हासिल करने के लिए 20 फीसदी लोगों का संक्रमित होना ही काफी है। इस शोध में यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ हूएसए, यूएस की ही वर्जिनिया यूनिवर्सिटी, ब्रिटेन की एडीएनबर्ड यूनिवर्सिटी आदि शामिल हैं।
यूनिवर्सिटी ऑफ स्टर्थस्लाइडे, स्कॉटलैंड की शोधकर्ता गबराइला गोम्स के अनुसार वायरस के प्रसार में जैविक और व्यवहारिक अंतर भी प्रभाव डालते हैं। इसलिए 20 फीसदी लोगों के संक्रमित होने से इम्युनिटी हासिल हो सकती है।
वही दूसरी तरफ स्कॉटलैंड की शोधकर्ता गबराइला गोम्स ने कहा कि, मैड्रिड शहर के अलावा बेल्जियम, स्पेन, पुर्तगाल, ब्रिटेन की स्थिति का आकलन कर रहे हैं। यदि यह दावा सही हुआ तो 20 फीसदी लोगों का टीकाकरण करने से पहले भी वायरस के खतरे को टाला जा सकता है।