भारतीय ई कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अमेरिकी रिटेलर वॉलमार्ट इंडिया में 100% हिस्सेदारी खरीद ली है। फ्लिपकार्ट का कहना है कि वह अगस्त में फ्लिपकार्ट होलसेल के नाम से होलसेल ई-कॉमर्स वेबसाइट लांच करेगी। कंपनी का मकसद रिटेल के साथ-साथ होलसेल कारोबार में उतरना है।
वर्तमान में वॉलमार्ट इंडिया भारत में बेस्ट प्राइस के नाम से 28 होलसेल स्टोर चलती है। वॉलमार्ट इंडिया का पूरा स्वामित्व दुनिया के सबसे बड़े रिटेलर वॉलमार्ट आईएनसी के पास है। आपको बता दें, वॉलमार्ट आईएनसी पहले ही 2018 में फ्लिपकार्ट की 77% से अधिक की हिस्सेदारी खरीद चुका है। यह डील लगभग 16 बिलियन डॉलर की थी। अभी कुछ सप्ताह पहले ही वॉलमार्ट आईएनसी से फ्लिपकार्ट ने 1.2 बिलीयन डॉलर का फंड भी जुटाया था।
कंपनी की आगे की योजना
फ्लिपकार्ट कंपनी की योजना 650 बिलियन डॉलर के भारतीय फिनिश्ड गुड्स बी2बी मार्केट में प्रवेश करना है।
फ्लिपकार्ट के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट आदर्श मेनन का कहना है कि इस प्लेटफार्म प्रभावी तरीके से सेलर्स और निर्माताओं को रीटेलर्स, MSMEs से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने आगे कहा था इस अधिग्रहण के बाद हम मजबूती से
रिटेलर्स और MSMEs की जरूरतों को पूरी कर पाएंगे।
वॉलमार्ट इंडिया के सीईओ समीर अग्रवाल फ्लिपकार्ट द्वारा संपूर्ण अधिग्रहण तक कंपनी के साथ बने रहेंगे, फिर उसके बाद उन्हें वॉलमार्ट में अन्य जिम्मेदारी दी जाए।
वर्तमान में वॉलमार्ट इंडिया के 3500 से अधिक कर्मचारी है। अधिग्रहण के बाद सभी कर्मचारी फ्लिपकार्ट का पार्ट होंगे।
वॉलमार्ट इंडिया ने भारत में बिजनेस की शुरुआत भारती इंटरप्राइजेज के साथ वर्ष 2013 में एक ज्वाइंट वेंचर के तहत की थी। जिसके बाद भारतीय इंटरप्राइजेज ने वॉलमार्ट इंडिया से किनारा कर लिया था।