राजस्थान का सियासी संग्राम लगातार जारी है पिछले 14 दिनों से अधिक समय से राजस्थान में सियासी उठापटक निरंतर जारी है। एक तरफ जहां स्पीकर सीपी जोशी ने बागी विधायकों की सदस्यता पर प्रश्न चिन्ह लगाया है। वही अब सचिन पायलट का खेमा हाईकोर्ट में इस लड़ाई को लड़ रहा है।
इस पूरे मामले से जुड़ी एक अन्य खबर निकल कर सामने आई है। जिसके तहत जानकारी मिल रही है कि, राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और कांग्रेस के 18 बागी विधायकों ने राजस्थान हाईकोर्ट के समक्ष एक याचिका दायर की है, जिसमें भारत सरकार को भी पक्षकार बनाने की अपील की गई है।
अधिवक्ता एस हरि हरन, दिव्येश माहेश्वरी के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है कि, याचिकाकर्ता ने भारत के संविधान की अनुसूची X के पैरा 2 (1) (ए) की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी है, इसलिए इसमें केंद्र सरकार को एक पक्ष बनाया जाना आवश्यक है। याचिक में यह भी कहा कि केंद्र के शामिल किए जाने से किसी भी पक्ष को कोई पूर्वाग्रह नहीं होगा।
सचिन पायलट व बागी विधायकों की इस याचिका के अंदर कहा गया है कि, भारत सरकार को कानून और न्याय मंत्रालय के सचिव के माध्यम से न्याय और कानून के हित में इस केस में एक पक्ष बनाया जाए।
साथ ही राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी की और से पेश हुए वकील प्रतीक कासलीवाल ने कहा कि मामले में दलीलें समाप्त कर दी गई हैं।