राजस्थान के सियासी संग्राम के बीच एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार के द्वारा लगातार राज्यपाल से विधानसभा सत्र बुलाए जाने की मांग को राज्यपाल द्वारा आज स्वीकृति मिल गई है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने राजस्थान में जल्द ही विधानसभा सत्र को बुलाने की मंजूरी दे दी है।
कलराज मिश्र ने सोमवार की दोपहर को राज्य कैबिनेट की मांग को स्वीकार करते हुए विधानसभा सत्र का आह्वान किया है। इस खबर के बाद गहलोत खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई है।
राज्यपाल ने इन बातों पर मांगा सीएम से स्पष्टीकरण
1:- क्या आप ‘विश्वास प्रस्ताव’ लाना चाहते हैं? क्योंकि प्रस्ताव में आपने इसका ज़िक्र नहीं किया जबकि आप पब्लिक और मीडिया में कह रहे हैं कि आप ‘विश्वास प्रस्ताव’ लाएंगे।
2:- कोरोना की वजह से इतने कम समय में सभी विधायकों को विधानसभा सत्र के लिए बुलाना मुश्किल होगा। क्या आप विधानसभा सत्र बुलाने को लेकर 21 दिन का नोटिस देने पर विचार कर सकते हैं?
3:- राज्यपाल ने कहा कि अगर आप ‘विश्वास प्रस्ताव’ लाते हैं तो पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग की जाए और उसका लाइव प्रसारण किया जाए। वहीं ये भी पूछा कि विधानसभा सभा में देह से दूरी का पालन कैसे कराएंगे।
साथ ही एक और बड़ी खबर राजस्थान के सियासी घमासान के बीच से निकलकर यह आ रही है कि, बीएसपी के 6 विधायकों की कांग्रेस में विलय को लेकर दायर याचिका खारिज हो गई है। राजस्थान हाई कोर्ट ने इस याचिका को आधारहीन बताया है।
होटर फेयरमाउंट में कांग्रेस विधायकों को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, अगले 48 घंटे में पायलट दल से 3 और विधायक गहलोत के साथ आए जांएगे।