सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या के मामले में आए दिन हो रहे नए खुलासे इस घटना को और भी पेचीदा बनाते जा रहे हैं। एक तरफ जहां मुंबई पुलिस अब तक अपनी जांच में 40 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है तो वहीं बिहार पुलिस भी मामले की तहकीकात करने के लिए मुंबई में मौजूद है।
इसी बीच मुम्बई व बिहार पुलिस के आपसी टकराव की खबरें भी सामने आ रही है। एक तरफ जहां मुंबई पुलिस पूरे मामले में किसी का हस्तक्षेप नहीं चाहती तो वही बिहार पुलिस पूरे मामले की नए सिरे से जांच करना चाहती है।
अब इस मामले में एक और नया मोड़ सामने आया है। कल सुशांत सिंह के पिता ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि 25 फरवरी को ही उन्होंने बांद्रा पुलिस को सुशांत के बारे में कुछ जानकारी देते हुए अलर्ट किया था। लेकिन बांद्रा पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की..
उसके बाद अब सोशल मीडिया पर सुशांत के पिता व मुम्बई पुलिस की चैट के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं।
सुशांत के पिता ने मैसेज में कई बातें लिखी थीं। लिखा था कि डिप्रेशन के इलाज के बहाने रिया और उसके परिवार वाले उसे एयरपोर्ट के पास एक रिसॉर्ट में ले गए हैं। तीन माह से उसे वहां रखा है। रिया ने सुशांत के सभी भरोसेमंद कर्मियों को निकाल दिया है। उसने अपने लोगों को वहां रखा है। सुशांत बहुत ही प्यारा लड़का है। उसने हमसे मदद मांगी है। साथ रहने वाला उसका क्लासमेट बाकी की चीजें बता देगा।
आपको बता दें कि, सुशांत के पिता केके सिंह का आरोप है कि अगर उसी वक्त मुंबई पुलिस इन बातों पर ध्यान देती तो शायद उनके बेटे की जान बच जाती। मुंबई पुलिस के रवैये से वे उदास हैं।
इस पूरे मामले के सामने आने के बाद मुंबई पुलिस ने सोमवार रात प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वाट्सएप पर की गयी शिकायत को आधिकारिक नहीं माना जाता। बिना लिखित शिकायत के कार्रवाई नहीं की जा सकती है।
हालांकि पुलिस ने यह जरूर माना कि सुशांत के बहनोई ओपी सिंह और जोन के तत्कालीन डीसीपी परमजीत सिंह दहिया के बीच वाट्सएप चैट जरूर हुई थी, जिस पर मुंबई पुलिस ने सफाई देते हुए कहा कि, ओपी सिंह ने वाट्सएप से सुशांत को लेकर जानकारी साझा की थी, लेकिन डीसीपी ने लिखित शिकायत मांगी थी। हालांकि ओपी सिंह चाहते थे कि यह जांच इनफॉर्मली की जाए पर जिसे डीसीपी ने मना कर दिया था।