अमन वर्मा
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती के खिलाफ अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के खुदकुशी के मामले में FIR दर्ज की है। हालांकि, CBI मुंबई और महाराष्ट्र में अन्य स्थानों पर मामले की जांच नहीं कर पाएगी। दिलचस्प बात यह है कि सीबीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई वीएल को मामले की जांच करने का काम सौंपा गया है।
जांच दल का नेतृत्व संयुक्त निदेशक मनोज शशिधर (IPS, गुजरात कैडर) करेंगे। डीआईजी गगनदीप गम्बीर जांच की निगरानी करेंगे, जबकि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल यादव जांच अधिकारी होंगे।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुशांत के परिवार के अनुरोध पर, यह मामला सीबीआई को सौंप दिया है। जिसे वर्तमान में पटना पुलिस द्वारा जांचा जा रहा है।
सूत्रों का कहना है, कि जांच के हिस्से के रूप में, सीबीआई बिहार पुलिस से दस्तावेज लेगी, हालांकि वे सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश या निर्देश देने की प्रतीक्षा कर सकते हैं ताकि वे मुंबई में भी जांच शुरू कर सकें। अगर महाराष्ट्र ने सीबीआई के लिए समान क्षेत्रीय अधिकार की सहमति दे देती है जैसा कि बिहार ने दिया है, तो एजेंसी महाराष्ट्र में प्रवेश कर सकती है और इस मामले की जांच पूर्ण तरीके से कर सकती है।
एफआईआर में मुख्य आरोपी की लिस्ट में रिया, उसके पिता इंद्रजीत, मां संध्या, भाई शोविक और सहयोगी सैमुअल हैं, एफआईआर की मुख्य बातें:-
• सुशांत सिंह राजपूत, जो फिल्मों में काम छोड़ना चाहते थे और केरल के कूर्ग में शिफ्ट होना चाहते थे, तब उनको रिया चक्रवर्ती का समर्थन नहीं मिला था।
• 6 जून, 2020 को जब रिया ने सोचा कि सुशांत मुंबई में रहने के लिए सहमत नहीं होंगे, तब रिया बड़ी मात्रा में नकदी, आभूषण, क्रेडिट कार्ड, महत्वपूर्ण दस्तावेज, लैपटॉप और मेडिकल रिकॉर्ड अपने साथ ले गई और अपने फोन पर सुशांत का नंबर भी ब्लॉक कर दिया।
• सुशांत ने अपनी बहन को बताया कि रिया ने सभी दस्तावेज ले लिए है और मीडिया के सामने खुलासा करने की धमकी भी दी कि सुशांत पागल हो गया है।
• 2019 में रिया से मिलने से पहले सुशांत किसी भी मानसिक रोग से पीड़ित नहीं था। मगर रिया से मिलने के बाद वह मानसिक रूप से परेशान हो गए थे। इस बात की जांच होनी चाहिए कि सुशांत मानसिक रूप से परेशान क्यों हो गए थे।
• अगर सुशांत का मानसिक रोग का इलाज किया जा रहा था, तो परिवार के सदस्यों से कोई सहमति क्यों नहीं ली गई?
• रिया सुशांत को कोई फिल्म साइन नहीं करने दे रही थी। जब भी कोई प्रस्ताव आया, वो सुशांत को परियोजनाओं को छोड़ने के लिए मजबूर करती थीं क्योंकि रिया को मुख्य लीड के रूप में नहीं लिया जा रहा था।
• सुशांत के विश्वसनीय और पुराने स्टाफ को रिया द्वारा बदल दिया गया था और उसकी जगह रिया के अपने लोगों को सुशांत के घर पर काम के लिए लगा दिया था, ताकि वह सुशांत पर अपनी पूरी पकड़ बना सकें।
• दिसंबर 2019 में रिया ने अपने परिवार और करीबी लोगों से नियमित रूप से बात करने से रोकने के लिए सुशांत का जबरन मोबाइल नंबर बदल दिया। रिया सुशांत को पटना में अपने परिवार से मिलने भी नहीं देती थीं।
• 2019 में सुशांत के खाते में 17 करोड़ रुपये थे, लेकिन महीनों के भीतर 15 करोड़ रुपये उन खातों से स्थानांतरित कर दिए गए जो उनसे जुड़े नहीं थे।