देश में इस वक़्त सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस चर्चा का विषय बना हुआ है। आज शिवसेना सांसद संजय राउत ने मुखपत्र सामना में अपना पक्ष रखा, जिसमें उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत और उनके परिवार के बीच रिश्ते, बिहार पुलिस द्वारा मुंबई में एक जांच करना, सीबीआई को केस सौंपने, दिशा सालियन केस को सुशांत सिंह राजपूत केस से जोड़ने को लेकर भी सवाल उठाया।
केस का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया
संजय राउत ने लिखा है कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की है ऐसा साफ साफ दिख रहा है फिर क्यों ऐसा बार-बार कहा जा रहा है कि सुशांत की हत्या हुई है। यह निराधार है। आगे संजय राउत ने लिखा कि फिल्म जगत और राजनीति में ऐसे कुछ लोग है जो इस आत्महत्या को हत्या साबित करने में लगे हुए है और कुछ समाचार चैनल भी इन गासिप में भाग लेकर, गरम तवे पर रोटी सेकने का काम कर रहे है। सीबीआई के जांच पर इससे पहले ही सवाल उठते है।
सुशांत की मौत को लेकर महाराष्ट्र पुलिस से सवाल पूछने वाले एक्टरों को बताया डी ग्रेड
संजय राउत ने अपने आर्टिकल में लिखा कि आज जो भी एक्टर्स सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर सवाल कर रहे है वह डी ग्रेड के एक्टर्स है। यह ऐक्टर्स 3 से 4 साल से बड़े पर्दे पर दिखाई नहीं दिए है। इनका करियर अब खत्म हो चुका है अन्य कामों की तलाश कर रहे है।
संजय रावत का दावा पिता ने दबाव में एफ.आई.आर दर्ज कराई
शिवसेना सांसद ने सामना में लिखा कि सुशांत सिंह राजपूत को सारा वैभव मुंबई ने दिया। वह मुंबईकर बनकर रह रहा था जबकि उसके पिता और फैमिली पटना में रहते थे। उसके पिता और सुशांत के भी संबंध अच्छे नहीं थे जिसका कारण था सुशांत के पिता ने दूसरी शादी की था। सुशांत का उसके पिता से कोई भावनात्मक संबंध नहीं था। उसी पिता को बरगला कर पटना में एफ.आई.आर दर्ज की कराई गई।
आदित्य ठाकरे के पार्टी में शामिल होने की बात स्वीकारी
संजय राउत ने लिखा कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत से पहले अभिनेता डिनो मोरिया के घर पार्टी हुई, इस पार्टी को लेकर झूठ का निर्माण करके उसका संबंध सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जोड़ा जा रहा है। डिनो मोरिया व अन्य फिल्म कलाकार राज्यमंत्री आदित्य ठाकरे के मित्र परिवार से है इसीलिए आरोपों की झड़ी उद्धव ठाकरे और राज्यमंत्री आदित्य ठाकरे पर है।