वर्तमान में बीसीसीआई के प्रेसिडेंट और भारतीय पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें में वह लीडरशिप के गुणों के बारे में बता रहे है। सौरभ गांगुली नए वीडियो में बताया किस तरीके से एक लीडर को “मेन मैनेजमेंट” में सफल होना जरूरी होता है।
वीडियो में सौरव गांगुली ने बताया कभी भी इंसान की दो उंगलियां एक जैसी नहीं होती है, सभी लोग विभिन्न पृष्ठभूमि से आते है जो कर्नाटका से आता है तो कन्नड़ भाषा बोलता, जो कोलकाता से आता है तो बंगला बोलता है, कोई हैदराबाद से आता है तो तेलुगु बोलता है, कोई पंजाब से आता है तो पंजाबी बोलता है।, किसी भी टीम के सदस्य विभिन्न पृष्ठभूमि से आते हैं विभिन्न कल्चर, उनकी प्रायोरिटी अलग अलग होती है, प्रत्येक व्यक्ति का व्यवहार अलग-अलग होता है एक लीडर वही होता है जो उनमें सामंजस्य बैठाकर रखता है और उन सभी को एक सम्मिलित लक्ष्य की ओर ले जाता है।
First few min of this video is in Bengali, never mind. Wait for a minute. Absolutely fantastic lesson on leadership from Sourav dada and got a message for all people including parents, administrators, alike.
Posted by Abdul Kalam Fan Club on Tuesday, August 4, 2020
सौरव गांगुली ने यहां पर उदाहरण दिया कि जब पहली बार युवराज सिंह अंतरराष्ट्रीय दौरे पर चैंपियंस ट्रॉफी खेलने केन्या गए थे। युवराज सिंह केवल 17-18 साल के लड़का था जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ना चाहता था। केन्या दौर पर युवराज सिंह एक नए जोश से भरा हुए लड़का था जो बाहर घूम कर अपनी जिंदगी को जीना चाहता था। जैसे ही केन्या पहुंचा तो मैंने अपने मैनेजर को कहा कि मुझे युवराज सिंह की पल-पल की खबर चाहिए, वह क्या कर रहे है और एक दिन जब में रात के 8 बजे उनके कमरे में पहुंचा। मैंने उनका दरवाजा खटखटाया तो मैने पाया युवराज सिंह कमरे में नहीं थे। फिर मैंने मैनेजर को बुलाया और कहा कि शहर में बड़े नाइटक्लब्स कौन-कौन से है। मैनेजर ने कहा सुरक्षा कारणों के कारण पुलिस पेट्रोलिंग को साथ लेकर चलते है। मैंने मैनेजर को मना कर दिया और मैं खुद ही नाइट क्लब पहुंचा। मैंने पाया कि युवराज सिंह एक नाइट क्लब में बैठकर डिनर कर रहे है।
वहीं दूसरी तरफ मेरी टीम में एक तरफ अनुशासित राहुल द्रविड़ थे जो के समय से उठते है और समय से नाश्ता करते है। इसके साथ ही राहुल द्रविड़ बेहद अनुशासित जिंदगी जीते है। टेस्ट मैच शुरू होने से पहले यह तय था कि वह सुबह 7:30 बजे नाश्ता लेगे। बस में चढ़ने से पहले एक सेब जरूर खाएंगे।
आगे सौरव गांगुली ने यह बताया कि मैं आपको यह स्टोरी केवल इसीलिए बता रहा हूं कि जब आप सिस्टम को चलाते है तो आपको दोनों तरह के लोग मिलेंगे। आपको टीम को मैच जिताने के लिए यह दोनों ही खिलाड़ी बेहद आवश्यक है। युवराज सिंह और राहुल द्रविड़ भारतीय क्रिकेट के आज सबसे बड़े खिलाड़ियों में से एक है।