इस बार का स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम बदला बदला से दिखाई देगा। कोरोना को देखते हुए सुरक्षा व डिस्टेंसिंग का खासा ध्यान रखा जाएगा। सबसे बड़ा बदलाव ये होगा कि प्रधानमंत्री समेत लालकिले पर मौजूद सभी अतिथि और अन्य लोग मास्क लगाए नज़र आएंगे।
कुछ चीज़ें ज्यो की त्यों रहने वाली है जैसे कि, पीएम राजघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देंगे। पीएम सुबह 7.06 बजे राजघाट पहुंचेंगे राजघाट पर सोशल डिस्टेंशिंग के प्रोटोकॉल का सख़्ती से पालन किया जाएगा।
बदलाव यह रहेगा कि इस बार सुरक्षा के अलावा महामारी से बचाव को लेकर भी सुरक्षा के नए उपकरण व सावधानियां रखी जाएगी। राजघाट को पूरी तरह सैनिटाइज किया जाएगा। सैनिटाइज़ होने के बाद किसी को भी राजघाट परिसर में अंदर जाने की इजाज़त नहीं मिलेगी। राजघाट पर पीएम मोदी 8 मिनट रुकने के बाद 7.14 बजे लालकिला के लिए रवाना हो जाएंगे।
टूटेगा वर्षों पुराना प्रोटोकॉल
हर साल 15 अगस्त के दिन पीएम की अगुवाई रक्षा मंत्री , रक्षा राज्य मंत्री , रक्षा सचिव और सेना के जनरल ऑफिसर कमांडिंग करते हैं। स्वागत करते वक्त चारों गणमान्य प्रधानमंत्री का नमस्कार और हाथ मिलाकर अभिवादन करते हैं। लेकिन इस बार यह सब बदला बदला से इस बार हाथ मिलाने की पूरी तरह मनाही रहेगी.
मेहमानों की संख्या में होगी भारी कटौती
जब प्रधानमंत्री राष्ट्र को सम्बोधित करते हैं उसके दोनों तरफ़ हर साल क़रीब 800 विशिष्ट मेहमानों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई जाती हैं। कोरोना से जुड़े प्रतिबंधों के चलते इस बार भाषण मंच के दोनों तरफ़ केवल 100 – 125 लोगों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
ये बात तो ध्यान रखनी ही होगी
विशेष सुरक्षा के बीच इन सभी अतिथियों को कहा गया है कि अगर पिछले 14 दिनों में कोरोना का कोई भी लक्षण दिखा हो समारोह में न आएं।
इस बार बच्चों की उपस्थिति पर भी है बड़ा सवाल
हर साल भाषण मंच के सामने दिल्ली के अलग अलग स्कूलों के 4200 बच्चों को तिरंगा के तीनों रंगों के कपड़ों में बिठाया जाता है। इस साल शायद वो नज़ारा देखने को न मिले। इस साल 4200 बच्चों की जगह केवल 500 एनसीसी कैडेटों को ही बैठाया जाएगा।