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प्रसिद्ध चुनावी विश्लेषक प्रदीप भंडारी से सुशांत के गुनहगारों से सवाल पूछने पर मुंबई पुलिस ने की बदसलूकी

सुशांत सिंह राजपूत में जैसे-जैसे सीबीआई अपनी पकड़ मजबूत करती जा रही है वैसे-वैसे सुशांत के हत्या के आरोपियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। लेकिन सिर्फ सुशांत सिंह राजपूत की हत्या के आरोपियों की बेचैनी नहीं बढ़ रही है बल्कि मुंबई पुलिस की भी बेचैनी बढ़ती जा रही है। आपको बता दें कि रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क लगातार नए-नए खुलासे कर रहा है, जिससे मुंबई पुलिस की सच्चाई उजागर हो रही है। रिया चक्रवर्ती को आज लगातार दूसरे दिन भी सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था। कल भी रिया चक्रवर्ती से सीबीआई ने 10 घंटे लंबी पूछताछ की थी। कल ही रिया चक्रवर्ती सीबीआई से पूछताछ के बाद तुरंत पुलिस थाने पहुंचती हैं और अपनी सुरक्षा की मांग करती है। उनको सुरक्षा में पुलिस गाड़ियों के साथ भारी सुरक्षा देती है। लेकिन आपको एक बात और बता दें कि फरवरी में सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने सुशांत सिंह राजपूत के लिए सुरक्षा की मांग की गई थी लेकिन मुंबई पुलिस के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी थी। कुल देख कर ऐसा लग रहा है कि मुंबई पुलिस को आरोपियों को बचाने में ज्यादा मजा आता है।

प्रदीप भंडारी से पुलिस की अभद्रता

मुंबई पुलिस सिर्फ सुशांत के हत्यारों को ही नहीं बचा रही बल्कि रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के पत्रकारों पर भी हमला कर रही है। आपको बता दें कि रिपब्लिक मीडिया के पत्रकार प्रदीप भंडारी आज चेंबूर पुलिस थाने पहुंचे, जहां पर दीपेश सावंत भी मौजूद थे। प्रदीप भंडारी दीपेश से कुछ सवाल करने के लिए वहां पर पहुंचे थे और अपना काम कर रहे थे। लेकिन पुलिस दीपेश को ऐसी सुरक्षा देती है मालूम हो कि वो कोई बहुत बड़ा नेता हो। अगल बगल पुलिस अभेद सुरक्षा उसको प्राप्त करती है। पत्रकारों को उनके पास तक नहीं जाने दिया जाता है। जब प्रदीप भंडारी अपना काम कर रहे होते हैं और दीपेश से सवाल पूछने के लिए आगे बढ़ते हैं तो मुंबई पुलिस अभद्रता करती है और उनको ढकेल देती है। मुंबई पुलिस का इस तरह से शर्मनाक और अभद्र रवैया सुशांत केस के बाद कई बार सामने आया और मुंबई पुलिस पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि वर्तमान में अगर देखे तो मुंबई पुलिस के लिए सुशांत की हत्या के आरोपी अधिक महत्वपूर्ण है।

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