तमिलनाडु के कांचीपुरम में सरकारी लापरवाही के चलते एक 24 वर्षीय युवती की जान चली गई। आपको बता दें कि तमिलनाडु की सरान्या जो कि एक 24 साल की युवती है वह एक गवर्नमेंट डिपो में जॉब किया करती थी। जहां पर वह भी जॉब करती थी उस डिपो में कोई भी टॉयलेट नहीं था, जिसके कारण सरान्या और उसकी साथी लड़कियां बगल के ही एक अंडर कंस्ट्रक्शन हाउस में टॉयलेट के लिए जाती थी। इस बार भी सरान्या पूर्व की तरह ही उसी अंडर कंस्ट्रक्शन हाउस में टॉयलेट के लिए गई। लेकिन इस बार उसका पैर फिसल गया और वह उसी निर्माणाधीन बिल्डिंग के सेप्टिक टैंक में गिर गई, जिसकी वजह से उसकी जान चली गई।
द न्यूज़ मिनट वेबसाइट के अनुसार सरान्या के पिता ने कहा कि “वह हमेशा उसी निर्माणाधीन घर में साथी लड़कियों के साथ टॉयलेट के लिए जाती थी।लेकिन इस बार उसे नहीं पता था कि यह उसके लिए घातक साबित होगा। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी उनकी जिंदगी थी। उनको अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है की वो अब नही रही।” इसके साथ ही युवती के पिता ने बताया कि उनकी बेटी ग्रुप वन का एग्जाम क्लियर कर आईएएस अफसर बनना बनना चाहती थी। 2 साल पहले उनकी बेटी ने ग्रुप 4 का एग्जाम क्लियर किया था। वह पढ़ाई के साथ-साथ जॉब भी करना चाहती थी और अगले साल वह ग्रुप वन का एग्जाम देने वाली थी। लेकिन अब उनका सपना टूट गया।
आपको बता दें कि सरान्या ने तमिल नाडु पब्लिक सर्विस कमिशन का एग्जाम भी क्लियर करके पिछले साल मार्च से ही जॉब प्रारंभ किया था। जिस निर्माणाधीन घर में वो टॉयलेट के लिए गई थी वह सरकारी स्कीम के अंतर्गत बनाई जा रही है। उसी के अंदर एक सेप्टिक टैंक था जो कि एक पतले टिन कवर से ढका हुआ था, जिसे हटाकर सरान्या और उसकी साथी लड़कियां टॉयलेट के लिए जाती थी। इस दौरान भी वो टॉयलेट के लिए गई थी लेकिन इस बार दुर्भाग्य से उनका पैर फिसल गया जिसकी वजह से वह सेप्टिक टैंक में गिर गई और उनकी मृत्यु हो गई। आपको बता दें कि जब सरान्या आधे घंटे तक अपने ऑफिस के अंदर नहीं लौटी तब उनके साथी कर्मचारियों को उनकी चिंता हुई और उनको देखने के लिए बाहर निकले। जब वह सेप्टिक टैंक के पास पहुंचे तो मृतक युवती उनको अंदर पानी में दिखाई दी, जिसके बाद उन्होंने उसको बाहर निकाला और जिले के कांचीपुरम के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां पर उनको डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
आपको बता दें कि इस पूरी घटना पर द न्यूज़ मिनट से एग्रीकल्चर सेक्रेटरी गगनदीप बेदी ने बातचीत की और उन्होंने कहा कि “यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और इससे उनको गहरा दुख है। उन्होंने कहा कि पिछले साल ही सभी जिलों को निर्देश कर दे दिए गए थे कि सैनिटाइजेशन की प्रॉपर व्यवस्था करें और जहां पर कमी है उसको सही करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से एग्रिकल्चरल डिपो है जो की BDO द्वारा मैनेज कर लिए जाते हैं। उन्होंने इस घटना पर बताया कि डीएम ने अपनी रिपोर्ट सरकार को भेज दी है और परिवार को जरूरी मदद भी प्रदान की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी डिपो को दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं ना घटे। साथ ही इस घटना के संबंध में जो भी दोषी होंगे उन पर कार्यवाही की जाएगी।”
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