जन की बात के संस्थापक और फाउंडर प्रदीप भंडारी की पहली किताब का हिंदी वर्जन अब बाजार में आ गया है। आपको बता दें कि जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी देश के इकलौते ऐसे चुनावी विश्लेषक थे जिन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान 400 से अधिक लोकसभा क्षेत्रों में जाकर चुनावी विश्लेषण किया। इसके बाद जनता द्वारा मांग होने लगी कि वह अपनी इस यात्रा के पहलुओं पर कुछ अंश लिखें। इसके बाद प्रदीप भंडारी ने किताब लिखने का फैसला किया और इसी के संबंध में उन्होंने मोदी मैंडेट लिखा, जो कि 2019 के लोकसभा चुनाव पर आधारित थी। आपको बता दें कि यह किताब पहले रूपा पब्लिकेशन ने अंग्रेजी संस्करण में छापी। इस किताब को जनता का खूब सारा प्यार मिला और कुछ ही दिनों में किताब अमेजॉन पर बेस्ट बुक सेलर की श्रेणी में आ गई। यही नहीं लगातार कई महीनों तक ये किताब बेस्ट बुक सेलर की श्रेणी में बनी रही। इसके बाद जनता मांग करने लगी कि इस किताब का हिंदी वर्जन भी आना चाहिए। इसके बाद प्रभात पब्लिकेशन ने इसका हिंदी वर्जन छापने का फैसला किया।
आपको बता दें कि हिंदी वर्जन के इस किताब का नाम है मोदी विजयगाथा। इस किताब में आपको हर वह चीज मिलेगी जो आप जानना चाहते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी ने इतनी बड़ी विजय कैसे हासिल की? ग्राउंड पर जनता क्या सोचती थी? उस वक्त के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए तमाम आरोपों पर जनता का क्या रवैया था? अमेठी में स्मृति ईरानी ने कैसे विजय हासिल की? उत्तर प्रदेश में कैसे सपा बसपा का गठबंधन फेल हुआ? मध्यप्रदेश में कैसे उस समय के कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को करारी हार झेलनी पड़ी? कैसे राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे को जीत तक नसीब नहीं हुआ? इस किताब में हर एक सवाल का जवाब है जो आप जानना चाहते हैं?