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सीबीआई जांच के आदेश के 3 घंटे के अंदर महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा

महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने परमवीर सिंह के आरोपों के बाद इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें कि बॉम्बे हाई कोर्ट ने परमवीर सिंह के आरोपों पर गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच का आदेश दिया था। आपको बता दें कि एक पीआईएल दाखिल की गई थी। इसमें गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ जांच की मांग की गई थी और हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए आज सीबीआई जांच का आदेश दिया। बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीबीआई को निर्देश दिया कि 15 दिन के अंदर जांच शुरू कर दें। सीबीआई जांच के आदेश आने के 3 घंटे के अंदर ही गृह मंत्री अनिल देशमुख ने गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। आपको बता दें कि गृह मंत्री अनिल देशमुख ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर नैतिक आधार पर इस्तीफा दिया और महाराष्ट्र को अगला गृहमंत्री भी कुछ दिनों के अंदर मिल जाएगा। खबर है कि आज शाम को ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से तीनों दल के नेता मिलेंगे और गृह मंत्री के पद के लिए नाम का चयन होगा। बता दें कि महाराष्ट्र में तीन दलों की सरकार है और गृह मंत्री अनिल देशमुख एनसीपी के थे। अब अगर उनका इस्तीफा स्वीकार हो जाता है तो पूरी उम्मीद है कि एनसीपी का ही एक बार फिर से गृह मंत्री होगा।

अब सवाल यह उठता है कि इतने बड़े साजिश के पीछे कौन है? एंटीलिया के सामने बम प्लांट करवाने से यह साजिशकर्ता क्या हासिल करने वाला था?

 

क्या था आरोप?

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखकर महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर बड़ा आरोप लगाया था। परमबीर सिंह ने उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में कहा था कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख हर महीने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपए की उगाही कराते थे। महाराष्ट्र गृह मंत्री अनिल देशमुख का सचिन वाजे को सीधा निर्देश था कि उन्हें हर महीने 100 करोड़ रुपए रेस्टोरेंट, बार और अन्य स्रोतों से चाहिए और यह काम सचिन वाजे करते थे।

अनिल देशमुख ने इन आरोपों का खंडन किया था और उन्होंने कहा था कि “चूंकि परमवीर सिंह का नाम मनसुख हीरेन और एंटीलिया मामले में भी आ रहा है, इसलिए वह बचने के लिए ऐसे अनर्गल आरोप लगा रहे हैं। इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है ,उनकी सारी बातें झूठी हैं।”

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