दुनिया भर में कोरोना वायरस ने कोहराम मचाया हुआ है और कोरोना वायरस के कारण दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों की संख्या में लोग अभी बीमार है और हॉस्पिटल में एडमिट है। आपको बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर कई बड़े साइंटिस्ट और डॉक्टर यह दावा कर चुके हैं कि यह वायरस चाइना के एक लैब से बना है। हालांकि चाइना ने अभी तक इसको मानने से इनकार किया है। साथ ही साथ डब्ल्यूएचओ ने भी कहा है कि ऐसा कुछ नहीं है। लेकिन दुनियाभर के कई डॉक्टर और साइंटिस्ट यह मांग कर रहे हैं कि कोरोना वायरस को लेकर निष्पक्ष जांच की जाए ताकि यह पता चल सके कि यह वायरस आखिर कैसे आया और दुनिया में कैसे फैला? इसी बीच अमेरिका के एक डॉक्टर और डर्मेटोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। हाल के दिनों में हमे ब्लैक फंगस के मामले सुनने में आए हैं और यह कोरोना वायरस से भी खतरनाक माना जाता है। अमेरिका के एक डॉक्टर ने 15 महीने पहले ही दावा किया था कि इस फंगस की उत्पत्ति चाइना के लैब से ही हुई है।
डॉक्टर फौकी ने 22 फरवरी 2020 को ही एक मेल के माध्यम से दावा किया था कि , “हम कोरोना वायरस का काफी गहन अध्ययन कर रहे हैं और हमने इसके संबंध में पहले ही चेता दिया था। हमें लगता है कि इस बात की संभावना है कि चीन के बायोटेक क्षेत्र वुहान में एक प्रयोगशाला से वायरस जारी किया गया था। हम यह भी सोचते हैं कि वायरस को और अधिक खतरनाक बनाने के लिए “ईस्ट या फंगस” जैसे किसी जीव के साथ मिलाकर और जटिल किया जा सकता है।”
बता दें कि डॉक्टर फौकी का यह पत्र काफी वायरल हो रहा है, क्योंकि उन्होंने 15 महीने पहले ही चेता दिया था कि कोरोना वायरस के बाद फंगस नामक बीमारी भी आ सकती है। अब फिर एक बार सवाल चाइना पर ही उठ रहा है क्योंकि डॉ फौकि ने दावा किया था कि इस फंगस को भी बनाया गया है।