उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव संपन्न हो चुके हैं और अब जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव हो रहा है। आपको बता दें कि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव की नमांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है और नामांकन के दौरान ही बीजेपी के 17 प्रत्याशियों निर्विरोध चुन लिए गए। बता दे कि इन बीजेपी प्रत्याशियों के खिलाफ विपक्ष ने कहीं उम्मीदवार नहीं उतारा तो कहीं पर पर्चे खारिज हो गए या उनका नामांकन नहीं हो पाया। बता दें उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं और 75 जिला पंचायत अध्यक्ष चुने जाएंगे। 3 जुलाई को सभी जिला पंचायत अध्यक्ष के नतीजे आ जाएंगे। बलरामपुर से भाजपा ने 21 वर्षीय महिला आरती तिवारी को टिकट दिया था और आरती तिवारी निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर निर्वाचित हो गई।
बीजेपी के 17 जिला पंचायत अध्यक्ष के नाम
बलरामपुर – आरती तिवारी
गोरखपुर – साधना सिंह
आगरा – मंजू भदौरिया
मुरादाबाद – शेफाली सिंह
बुलंदशहर – अंतुल तेवतिया
वाराणसी – पूनम मौर्या,
श्रावस्ती – दद्दन मिश्रा
गाजियाबाद – ममता त्यागी
चित्रकूट – अशोक जाटव
मऊ – मनोज राय
गौतमबुद्धनगर – अमित चौधरी
ललितपुर – कैलाश निरंजन
मेरठ – गौरव चौधरी
झांसी – पवन कुमार गौतम
बांदा – सुनील पटेल
गोंडा – घनश्याम मिश्रा
अमरोहा – ललित तंवर
हालांकि विपक्ष ने चुनावी प्रक्रिया को लेकर बीजेपी पर हमला बोला और समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान लोकतंत्र का गला घोट आ गया। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, “गोरखपुर व अन्य जगह जिस तरह भाजपा सरकार ने पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को नामांकन करने से रोका है, वो हारी हुई भाजपा का चुनाव जीतने का नया प्रशासनिक हथकंडा है। भाजपा जितने पंचायत अध्यक्ष बनायेगी, जनता विधानसभा में उन्हें उतनी सीट भी नहीं देगी।”