तोषी, जन की बात
जनता को मुकदमा में जनता के वकील प्रदीप भंडारी लड़ते हैं आम आदमी का मुकदमा। जिस मुकदमें में देश विरोधी ताकतों का होता है पर्दाफाश। आज का खास मुकदमा रहा फेक सेकुलरिज्म के खिलाफ। जिसमें प्रदीप भंडारी ने किया ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन समेत महबूबा मुफ्ती के नकली सेकुलरिज्म को किया एक्सपोस्ड़ । प्रदीप भंडारी ने कहा कि देश को फर्जी सेकुलरिज्म ने बर्बाद कर दिया हैं। ओवैसी पर तंज कसते हुए प्रदीप भंडारी ने कहा कि आप दूसरो को संवैधानिक का पाठ पढ़ाते हैं लेकिन आज मैं आपको संवैधानिक का पाठ पढ़ाऊगां। आर्टिकल 14 सबको बराबरी का अधिकार देता हैं। प्रदीप भंडारी ने आगे सुप्रीम कोर्ट जज्मन्ट की बात करते हुए कहा कि राजनीतिक दल को धार्मिक दल नहीं बनना चाहिए। सेकुलरिज्म की बात करने वालो आर्टिकल 14,19 और 21 के अंदर ही सेकुलरिज्म मौजूद हैं। सेकुलरिज्म का सही मतलब होता हैं कि राज्य का कोई भी धर्म ना हो। हर व्यक्ति को अपने धर्म को प्रचलित करने की आजादी हो और हर धर्म का सम्मान हो।
आपको बता दे कि आज उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में राजनेता असदुद्दीन ओवैसी ने रैली को आयोजित करते हुए कहा था कि “हम किसी के गुलाम नहीं हैं जो उनको जिताएंगे। 60 साल से उनको जीता रहे हैं,अब हम जीतेंगे इंशाअल्लाह। उत्तर प्रदेश का मुसलमान जीतेगा। लड़ेगे इलेक्शन। हम किसी के गुलाम नहीं है। जरखरीद गुलाम नहीं हैं”। वही हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए कमरा देने को लेकर प्रदीप भंडारी ने कहा कि, सेकुलरिज्म की आड़ में आप नमाज के लिए अलग से कमरा देते हो । आपने तो जल जंगल और जमीन पर वोट मांगा था ना। क्या आप ने नमाज का कमरा विधानसभा में बनवाने के लिए वोट मांगा था। क्या यह आपके घोषणा पत्र में था। प्रदीप ने आगे कहा कि लाखो मंदिर हैं देश में, लाखो मस्जिद हैं देश में तो आप सरकारी जमीन पर सरकारी पैसे से सिर्फ मस्जिद ही कैसे बनवा सकते हैं। प्रेयर रुम बनवाईएं, सेकुलरिज्म रहिए। क्यों नहीं रहते सेकुलर आप। वही महबूबा मुफ्ती के शरीरत अच्छा लगता है को लेकर भी प्रदीप भंडारी ने कहा कि अगर आपको तालिबान का शरीयत अच्छा लगता है तो आप अफगानिस्तान चले जाईए। क्योकिं भारत में तो संविधान ही चलेगा।
जनता का मुकदमा शो में नकली सेकुलरिज्म का पर्दाफाश करते हुए प्रदीप भंडारी ने महबूबा मुफ्ती समेत हेमंत सोरोन को ओपन चेलेंज करते हुए कहा कि आप बताइए कि आपका मूव कैसे सवैंधानिक है, बताइए आप। आप लोग 19% वोट बैंक की राजनिति कर रहे है। क्योंकि संविधान कहता है WE THE PEOPLE OF INDIA .संविधान ये नहीं कहता है कि WE THE PEOPLE OF हिदूं मुस्लिम सिख इसाई। प्रदीप भंडारी नें ढ़ोगी सेकुलरिज्म के ठेकेदारों को सेकुलरिज्म का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि हिंदु भावना की इज्जत ना करना, भारतीय भावना की इज्जत ना करने के समान हैं। डिबेट में शामिल हुए झारखन्ड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मंराडी, भाजपा के प्रवक्ता गुरु सिंह, राजनितिक विशेषज्ञ डॉ बिनय सिंह और वकील शंशाक शेखर। वही विपक्ष की तरफ से झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता तनुज खत्री, नेता कुमार राजा, राजनितिक विशेषज्ञ संजीव कोशिक और मुस्लिम स्कॉलर मौलाना अब्दुल हमीद नोमानी भी पैनलिस्ट के तौर पर मौजूद रहे।