अनुप्रिया, जन की बात
हिन्दुत्व जो हमें वासुदेव कुटुंबकम की सीख देता है जिसको स्वयं स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व मे प्रचारित किया आज उसी हिंदुत्व को खत्म करने की साज़िश रची जा रही है।10 सितंबर 2021 को कैलिफोर्निया में होने वाला डिस्मैंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व कॉन्फ्रेंस इस बात की पुष्टि करता है कि कुछ लोग हिंदुत्व की गरिमा को खराब करना चाहते है औऱ इतना ही नही उनके इरादे ये भी है कि वो हिंदुस्तान मे रह रहे हिन्दुओ के बीच भी हीन भावना फैलाए।
आज जनता का मुकदमा पर प्रदीप भंडारी ने हिंदुत्व के खिलाफ हो रही साज़िश का किया पर्दाफाश साथ ही उन्होंने शो के अंत मे इस मुद्दे पर पद्मश्री और मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन मोहन दास पाई से भी चर्चा की। श्री पाई से प्रादीप भंडारी ने इस वैश्विक साज़िश के बारे में सवाल किया कि आखिर इस पूरी साजिश की फंडिंग कौन कर रहा है ? जिसके जवाब में श्री पाई ने कहा :
ये एक पोलिटिकल इवेंट है क्योंकि अगर कोई एकेडेमिक इवेंट होता तो उस एकेडेमिक इवेंट मे कुछ लोग हिंदुत्व के समर्थन मे होते औऱ कुछ लोग विरुद्ध होते लेकिन इस इवेंट मे सारे लोग हिन्दू के विरूद्ध है।उन्होंने ये भी कहा भारत से भी कुछ लोग जैसे कविता कृष्णन औऱ नंदनी सुंदर जो की लेफ्ट के सपोर्टर है इन बातों का समर्थन करते है। वे US प्रोफेसर आंद्रे ट्रश्की का ज़िक्र करते हुए कहते है की वो लिखती है कि औरंगजेब सेक्युलर था जो कि पाकिस्तान के लोग अक्सर कहते हैं जो साफ़ साफ़ दर्शाता है कि कोई बहुत बड़ा षड्यंत्र रचा जा रहा है। उन्होंने डिस्मैंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व कॉन्फ्रेंस को एन्टी इंडिया कॉन्फेंस बताया ,उन्होंने कहा ये हिंदू डर खत्म करना चाहते जो डर कभी मौजूद ही नही था। उन्होंने ये शक भी जताया की इसके पीछे पाकिस्तान का पूरा पूरा हाथ है जो हिन्दुओ को और हिंदुस्तान की संस्कृति को खत्म करना चाहते है। इस कॉन्फ्रेंस की फंडिंग कौन कर रहा इसकी जानकारी भारत के लिए बहुत जरूरी है औऱ इस बात की जल्द से जल्द जाँच की भी मांग की है।