हिंदुत्व का विरोध करना कुछ लोगों का रोजगार और फैशन बन चुका है। आपको बता दें कि ‘डिस्मेंटलिंग ग्लोबल हिंदुत्व’ नामक एक सम्मेलन हो रहा है जिसमें हिंदू विरोधी लोगों को बुलाया गया है। यह लोग हिंदू और हिंदुत्व के खिलाफ उस सम्मेलन में बोलेंगे। आपको बता दें कि जैसे ही इस सम्मेलन के बारे में जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी और पूरी टीम को पता चला तो जन की बात की टीम ने इसका विरोध करने का फैसला किया। आपको बता दें कि जनता का मुकदमा शो पर प्रदीप भंडारी ने पूरे तथ्यों के साथ इस सम्मेलन के बारे में बताया और यह भी बताया कि कैसे यह सम्मेलन हिंदू विरोधी है। आपको बता दें कि जब सभी चैनल अन्य अन्य मुद्दों को दिखा रहे थे और इसके बारे में टिकर पर लाइन भी नहीं चलाई थी, उस वक्त इंडिया न्यूज़ पर जनता का मुकदमा शो कर प्रदीप भंडारी ने इसके बारे में एक बड़ा डिबेट आयोजित किया और इस सम्मेलन का विरोध किया। 26 अगस्त को ही रात 8 बजे जनता का मुकदमा शो पर इस सम्मेलन के बारे में प्रदीप भंडारी ने सबसे पहले इस कार्यक्रम के तथ्यों को उजागर किया और बताया कि यह कार्यक्रम हिंदू विरोधी है और कौन-कौन इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं।
इसके कुछ दिन बाद ही जन की बात की टीम ने एक बड़ा खुलासा किया। आपको बता दें कि जन की बात के रिपोर्टर ने इस सम्मेलन की वक्ता कविता कृष्णन से बात की और उन्होंने टेप पर बड़ा खुलासा किया। कविता कृष्णन ने बताया कि कैसे इस देश में हिंदू का विरोध हिंदुओं द्वारा किया जाएगा। हिंदुओं के खिलाफ साजिश रची जाएगी। आपको बता दें कि इस खुलासे से कविता कृष्णन बौखला गई और वह ट्विटर पर अनाप-शनाप लिखने लगी। इसके बाद जन की बात के संस्थापक प्रदीप भंडारी ने उनको ट्वीट कर बताया कि अगर आप अपनी सफाई पेश करना चाहती हैं तो आप हमारे शो पर आमंत्रित हैं। लेकिन उनका कोई जवाब नहीं आया क्योंकि वह क्या सफाई देती क्योंकि कार्यक्रम ही हिंदू विरोधी पर आधारित है।
फिर कुछ दिन बाद जनता के मुकदमा के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इस पर एक शो किया और इस कार्यक्रम के आयोजकों से पूछा कि आखिर इस शो के स्पॉन्सर कौन है? इस सम्मेलन को फंडिंग कहां से हो रही है? आपको बता दें कि एक बड़ा नाम निकल कर आया गुलाम नबी फाई का और बताया जा रहा है कि वह भी इस कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है और वह आईएसआई की कठपुतली है। इस दौरान यह आशंका व्यक्त की गई कि क्या यह कॉन्फ्रेंस पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित तो नहीं है? इसकी जांच होनी चाहिए और इस कार्यक्रम को फंडिंग कहां से उपलब्ध हो रही है इसकी भी जांच होनी चाहिए।
Why does Chairman of AARIN CAPITAL PARTNERS Mohandas Pai call 'DISMANTLING GLOBAL HINDUTVA' conference 'ANTI INDIA, ANTI HINDU POLITICAL EVENT'? Watch him speak to Pradeep Bhandari on the #PakAntiHinduPlot debate on #JantaKaMukadma.@TVMohandasPai@pradip103@IndiaNews_itv pic.twitter.com/jtnvCZBFLi
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) September 8, 2021
जब कोई भी चैनल इस मुद्दे को नहीं उठाया था उस समय जन की बात के संस्थापक और जनता का मुकदमा शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने लगातार इस पर डिबेट की। इस कार्यक्रम से जुड़े तथ्यों को उजागर किया और बताया कि कैसे लगातार हिंदू विरोध की साजिश रची जा रही है और हिंदुत्व को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
Watch Pradeep Bhandari expose the lobby that denies HINDUPHOBIA & pushes 'INDIA IS ISLAMOPHOBIC' narrative to defame the country. Here's his take before putting the ANTI HINDU LOBBY in JANTA KA KATGHARA#AntiHinduPlotExposed.#JantaKaMukadma@pradip103@JMukadma pic.twitter.com/LEFk8vTis6
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) September 3, 2021