तोषी ,जन की बात
बुजुर्ग नदीम अहमद कहते हैं कि “मैं लगभग 2 साल से ओसामा रहमान की दुकान में काम कर रहा हूं. ओसामा अक्सर दुकान में आया करता था. पुलिस ने उसे आतंकी साजिश के इल्जाम में गिरफ्तार किया उस दिन कि वह दुकान पर आया था”।
भारत में आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश रचने वाले 22 साल के आरोपी ओसामा रहमान को जामिया नगर में उनके घर से दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बीते दिनों गिरफ्तार किया था। ओसामा रहमान के ऊपर आरोप है कि वह ओमान से पाकिस्तान गए जहां पर उन्हें आतंकी साजिश को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण दिया। जिसके बाद ओसामा देश के 6 राज्यों और 16 शहरों में बड़े धमाके करने वाला था। लेकिन इससे पहले ही दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
जनता का मुकदमा में वकील प्रदीप भंडारी ने आतंकवाद के खिलाफ देश का सबसे बड़ा मुकदमा लड़ा जो कि भारत की नेशनल सिक्योरिटी को लेकर था। इस मुकदमे में प्रदीप भंडारी ने आतंकवाद के खिलाफ कई दलीलें पेश की। जनता का मुकदमा में आज का मुकदमा लड़ने से पहले जन की बात-इंडिया न्यूज़ की टीम पहुंची 22 साल के ओसामा रहमान के घर जामिया नगर। मामला काफी संवेदनशील था और जामिया नगर मुस्लिम बहुल एरिया है इस लिहाज से संवेदनशीलता के साथ जन की बात-इंडिया न्यूज़ की संवाददाता तोषी मैन्दोला पहुंची मौके पर। मौके पर पहुंचकर हमारे संवाददाता तोषी मैन्दोला ने सबसे पहले इलाके का जायजा लिया। हमारी टीम ने पड़ताल को जारी रखते हुए यह जानने की कोशिश की कि क्या वाकई में ओसामा रहमान के तार पाकिस्तान से जुड़े हुए हैं। क्या वाकई में ओसामा रहमान भारत में दहशत फ़ैलाने की फिराक में था।
सबसे पहले टीम पहुंची जामिया नगर के डी-71 ओसामा रहमान के घर पर. यह इलाका काफी पॉश नजर आता है। जब ओसामा के घर पर पहुंचे तो वहां मौजूद एक शख्स जिसने सफेद कुर्ता पजामा पहना हुआ था, लंबी दाढ़ी थी सर पर टोपी लगी हुई थी उसने सख्ती से हमें वहां से जाने की हिदायत दी। उस अनजान शख्स ने टीम को घर के अंदर जाने से मना किया। हमने आगे की पड़ताल जारी रखते हुए पड़ोसियों से बात करने की कोशिश की लेकिन वह शख्स लगातार हमारे संवाददाता तोषी मैन्दोला को फॉलो करता रहा और पड़ोसियों को फटकारता रहा की कुछ भी बोलने की कोई जरूरत नहीं है। इसके बाद धीरे-धीरे वहां पर लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी। मामले की गंभीरता को समझते हुए हमने इलाका बदला और हम थोड़ी दूर एक दुकान पर पहुंचे। यह दुकान ओसामा रहमान की है जहां पर ओसामा ड्राई फ्रूट, खजूर का काम क्या करता था . दुकान पर पहुंच कर उस अनजान शख्स ने फिर टीम को परेशान किया और उसके बाद पड़ताल को वहीं पर रोकना पड़ा।
जनता का मुकदमा मैं झूठ का पर्दाफाश करने के लिए अपनी पड़ताल को जारी रखते हुए अगले दिन फिर उस इलाके में गए। इस बार इलाके की गंभीरता को अच्छे से समझते हुए हमने बहुत ही शांति और आराम से पड़ताल करने का सोचा। सबसे पहले हम जामिया नगर के अबुल फजल एनक्लेव पार्ट -1 में पहुंचे जहां ओसामा रहमान अपने परिवार के साथ रहता है। पड़ताल के दौरान ओसामा की मां ने दरवाजा खोलते हुए जन की बात – इंडिया न्यूज़ की टीम को बताया “कि उनका बेटा बेगुनाह है उसको फंसाया जा रहा है”। सिर्फ इतना कहते हुए ओसामा की माताजी ने दरवाजे को बंद कर दिया। माताजी का सिर्फ इतना कहना पड़ताल का आधा अधूरा भाग रहा। इसके बाद हमने ओसामा की खजूर वाली दुकान का जायजा लिया। वहां मौजूद बुजुर्ग आदमी जिसका नाम नदीम अहमद है वह बताते हैं कि मैं इस दुकान में लगभग 2 साल से काम कर रहा हूं. मुझे इस मामले के बारे में कुछ नहीं पता है. पड़ताल के दौरान नदीम अहमद कहते हैं कि ओसामा अक्सर दुकान में आया जाया करता था जिस दिन उसको पुलिस पकड़ कर ले गई उस दिन भी वह दुकान में आया था इसके अलावा मुझे और कोई जानकारी नहीं है। ओसामा की पिता उसैदुर रहमान के बारे में बात करते हुए बुजुर्ग नदीम अहमद ने बताया कि वह व्यवहार में काफी अच्छे इंसान हैं लेकिन इस मामले के बाद उनके घर की परिस्थितियां बिल्कुल बदल चुकी हैं और हालात बेहद खराब हो चुके हैं।
नदीम अहमद से बातचीत के दौरान जन की बात- इंडिया न्यूज़ की टीम के साथ ओसामा रहमान के परिजनों ने बदतमीजी करने की भी कोशिश की। मौके पर मौजूद एक शख्स लगातार कैमरा बंद करने की हिदायत दे रहा था और वह लगातार वीडियो को डिलीट करने के लिए कहता हुआ नजर आया।
आपको बता दें दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के मुताबिक ओसामा के पिता उसैदुर रहमान हो सकते हैं इस पूरी आतंकी साजिश के मास्टरमाइंड। जो कि इस वक्त दुबई में मौजूद है और वहां पर मदरसे में इस्लामिक शिक्षा देता है। इसके अलावा उसैदुर रहमान के भाई हुमैद रहमान पर भी आतंकी हमले का पूरा शक है जिसको लेकर कई बड़ी एजेंसियो को इनकी तलाश है।
बता दे के ओसामा के अलावा 5 अन्य लोगों को आतंकी साजिश के शक में अलग-अलग शहरों से गिरफ्तार किया गया। ओसामा रहमान के साथ जिशान भी पाकिस्तान में आतंकी साजिश को अंजाम देने के लिए प्रशिक्षण लेने गया था। सूत्रों के मुताबिक जिशान ने पूछताछ में किये कई अहम खुलासे। पूछताछ के दौरान इन आरोपियों ने बताया कि ग्वादर पोर्ट पर आतंक की ट्रेनिंग के दौरान जिहाद के लिए किया गया ब्रेनवाश। ब्रेनवॉश करने के लिए मुजफ्फरनगर और गुजरात दंगों के वीडियो दिखाए गए। वीडियो दिखाकर उन्हें ये बताकर भड़काया गया कि इन दंगों के दौरान कैसे विशेष समुदाय की महिलाओं पर अत्याचार किये गए, कैसे विशेष समुदाय के लोगों का सरेआम कत्ल किया गया। सूत्रों के मुताबिक, फरार संदिग्धों के खिलाफ जल्द ही LOC खोली जाएगी, ताकि वो देश छोड़कर फरार न हो जाएं।
Pradeep Bhandari's DALEEL on JANTA KA MUKADMA on #DawoodPakPlot: Radicalisation threat in India is real, netas can't look the other way.@pradip103 @IndiaNews_itv @JMukadma #JantaKaMukadma pic.twitter.com/4XcU4qBA6C
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) September 16, 2021