कौशिक, जन की बात
प्रदीप भंडारी और उनकी टीम जन की बात ने उत्तराखंड चुनाव के पहले एक बड़ा सर्वे किया। इस सर्वे में जन की बात ने जनता से यह जानने की कोशिश की कि अगर अभी चुनाव होते हैं तो उत्तराखंड की जनता किसे चुनेगी और उत्तराखंड की जनता के लिए क्या-क्या मुख्य मुद्दे हैं? आपको बता दें कि यह सर्वे 20 सितंबर 2021 से लेकर 26 सितंबर 2021 के बीच हुआ। सर्वे के दौरान जन की बात की टीम ने करीब 2000 लोगों से बात की और उसके बाद एक विस्तृत सर्वे प्रस्तुत किया गया है।
जन की बात व प्रदीप भंडारी द्वारा जब मौजूदा राजनीति को लेकर सवाल प्रदेश की जनता से पूछा तो उसमे हमे काफी विविधताओं के साथ प्रतिक्रियाएं मिली है। हमारे सवाल के दौरान हमे यह भी जानने को मिला की क्षेत्र की जनता मौजूदा राजनीति में हो रहे उठा पटक से थोड़ा असमंजस की स्थिति में भी बनी हुई है।।
सर्वे के दौरान जो सवाल हमने किया वो इस प्रकार है” क्या लगातार उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदलने के कारण बीजेपी को नुकसान होगा?” इस सवाल के जवाब में हमे जो आंकड़े मिले वो कुछ इस प्रकार है
इस सवाल के जवाब में प्रदेश की जनता ने हमे जवाब देते हुए 64% लोगो ने कहा की हां इसका प्रभाव बीजेपी पर पड़ेगा तो वही 36% लोगो ने इसके जवाब में कहा की मुख्यमंत्रियों के बदलाव का प्रदेश की भाजपा सरकार पर चुनाव में कोई असर नहीं पड़ेगा।
Breaking: जन की बात उत्तराखंड पोल के अनुसार लगातार मुख्यमंत्री बदलने के कारण बीजेपी को नुकसान हुआ है@pradip103 #JanKiBaatUttarakhandPoll pic.twitter.com/nwOO27btBS
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) October 2, 2021
हालांकि जनता ने इस सवाल के साथ साथ कुछ अन्य मुद्दों पर भी हमारा ध्यान आकर्षित किया। इन सभी सवालों के जवाब आपको हमारे सर्वे के अन्य सवालों से देखने को मिलेंगे।
प्रदीप भंडारी व जन की बात का यह सर्वे उत्तराखंड में सीएम को लेकर जनता के बीच बने माहौल की छवि को साफ साफ दर्शा रहा है कि, लगातार बदले गए सीएम से कही न कही बीजेपी को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।