हर्षित शर्मा ,जन की बात
मशहूर बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान की ड्रग पार्टी से गिरफ्तारी के बाद से अलग-अलग तरह के पक्ष सामने आ रहे हैं। जहां एक ओर प्रदीप भंडारी जैसे राष्ट्रवादी पत्रकार बॉलीवुड के नशे में डूबे हुए कलाकारों का पर्दाफाश करना चाहते हैं तो वहीं दूसरी और कुछ तथाकथित राष्ट्रवादी और फर्जी पत्रकार शाहरुख खान और आर्यन खान को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। विभिन्न राजनेताओं ने भी इस पर अपने विभिन्न राय रखी है।
जनता का मुकदमा के बुधवार के संस्करण में एनसीपी के नवाब मलिक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो पर आरोप लगाए और कहा जो लोग आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट को डिटेन करते हुए नजर आ रहे हैं वह और कोई नहीं बल्कि भाजपा से जुड़े हुए मनीष भानूशाली और किरण गोसावी है। इस आरोप के प्रत्युत्तर में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करी जिसमें नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अफसर ज्ञानेश्वर ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो का पक्ष रखते हुए सच सामने रखा और कहा कि जिन लोगों पर नवाब मलिक आरोप लगा रहे हैं वह इंडिपेंडेंट विटनेस अर्थात स्वतंत्र गवाह है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अगर नवाब मलिक कोर्ट में अदालत में इस बात को लेकर शिकायत दर्ज करना चाहते हैं तो कर सकते हैं नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने जो भी किया है वह सब कानून के अंदर और कानून के तहत किया है।