जनता का मुकदमा में आज हुई बड़ी बहस के दौरान प्रदीप भंडारी ने जब आतंकवादियों के मानवाधिकार के ऊपर जनता का मुकदमा लड़ा तो उसमें मौजूद सैफुद्दीन सोज सवालों से बचते नजर आए.
प्रदीप भंडारी ने अपने मुकदमे के दौरान सैफुद्दीन सोज से जब यह सवाल किया कि हमारे 5 जवानों को किसने मारा? माखनलाल को किसने मारा?
नरेंद्र पासवान को किसने मारा?
तो इसके जवाब में सैफुद्दीन सोज बौखलाहट के साथ बहस को भटका ते हुए नजर आए. उन्होंने हर सवाल का घुमा फिरा कर उत्तर दिया और बचाव करते हुए निराधार तर्क प्रस्तुत किए.
जनता का मुकदमा लड़ते हुए प्रदीप भंडारी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि, जब आतंकवादी भारत के नागरिकों को मारते वक्त उनके मानवाधिकारों की परवाह नहीं करते तो फिर हम क्यों आतंकवादियों से बातचीत करें और क्यों उनके मानवाधिकारों का पक्ष रखें.
उन्होंने अपने डिबेट के दौरान आतंकवादियों को दो टूक शब्दों में जवाब देते हुए कहा कि, मेरी नजर में यह लोग दहशत फैलाने वाले जानवर से कम नहीं है. इस दौरान उन्होंने कहा कि, देश के अंदर कुछ नेता ऐसे भी हैं जो इन आतंकवादियों का पक्ष रखते हैं.
उन्होंने कहा कि, सैफुद्दीन सोज जैसे नेता इन्हें बंदूक वाला बच्चा भी कहते हैं, और इनके पक्ष में पैरवी भी करते हैं. प्रदीप भंडारी ने जनता का मुकदमा के अंदर देश की जनता के सवालों को रखते हुए कहा कि हमें एक स्वर में आवाज उठाकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़नी चाहिए और आतंकवादियों के मानवाधिकारों को का पक्ष रखने वालों को भी यह संदेश देना चाहिए कि आतंकियों के कोई मानवाधिकारों नहीं होते हैं.