तोषी मैन्दोला, जन की बात
दिल्ली में छठ पूजा को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। दिल्ली पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा की मनाही को लेकर अरविंद केजरीवाल को खत लिख कर उन्हें हिंदू भावनाओं के सम्मान की नसीहत दी है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोरोना महामारी के मद्देनजर सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा की मनाही के निर्देश दिए हैं। इसका दिल्ली बीजेपी विरोध कर रही है। बीते दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर सांसद मनोज तिवारी ने कड़ा प्रदर्शन किया, इस प्रदर्शन में भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ कई और नेता भी शामिल दिखे। प्रदर्शन के दौरान सांसद मनोज तिवारी को हल्की चोटें भी आई।
जिसके बाद उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद दिल्ली में इस बार छठ पूजा को लेकर सियासी जंग और तेज हो गई है।
आपको बता दें कि दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने तीस सितंबर को दिल्ली में कोरोना महामारी से जुड़ी कई नई गाइडलाइंस जारी की है। इन गाइडलाइंस के मुताबिक दिल्ली में मंदिर,नदियों तालाबों जैसे सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा की सख्त मनाही की गई है।
हालांकि इस गाइडलाइंस के तहत दशहरा और रामलीला की शर्तों को इजाजत दी गई है। एक त्यौहार की सार्वजनिक इजाजत और दूसरे त्योहार की पाबंदी शायद दिल्ली के पूर्वांचलियों को रास नहीं आ रही है। बीजेपी ने इस मुद्दे को भुनाना शुरू कर दिया है और केजरीवाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
बता दे कि दिल्ली में पूर्वांचलियों की अच्छी खासी तादाद है। पूर्वी यूपी और बिहार से आने वाले पूर्वांचलियों की संख्या दिल्ली के कुल आबादी कि 25 से 30% है। यही वजह है कि कोई भी राजनीतिक पार्टी पूर्वांचलियों की नाराजगी का जोखिम उठाने के लिए तैयार नहीं है। हालांकि भाजपा सांसद मनोज तिवारी के विरोध प्रदर्शन को लेकर अरविंद केजरीवाल ने इसे गंदी राजनीति कहकर खारिज कर दिया है।
लेकिन विरोध प्रदर्शन के बाद दबाव बढ़ता देख अरविंद केजरीवाल ने स्वास्थ्य मंत्रालय को खत लिखकर गेंद केंद्र के पाले में डाल दी है। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र स्वास्थ्य मंत्रालय को खत लिखकर दिल्ली में छठ पूजा को लेकर गाइडलाइन जारी करने की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर केजरीवाल को खत लिखते हुए मनोज तिवारी ने कहा है कि मुझे बड़े दुख के साथ कहना पड़ता है कि आप लगातार हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम करते रहे हैं। दिल्ली में आप कट्टरपंथी मुस्लिम तुष्टिकरण के दोषी हैं एक मुख्यमंत्री के तौर पर इस प्रकार से हिंदू विरोधी रुख अख्तियार करना आपको शोभा नहीं देता है। आप के कारण इस पद की गरिमा धूमिल हो रही है।