पिछले कई दिनों से वरुण गांधी लगातार किसानों की मांगों का समर्थन कर रहे हैं और उनके समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं। हाल ही में बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग हुई और उसमें राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों की घोषणा की गई तो उसने वरुण गांधी का नाम नहीं था। यानी वरुण गांधी को बीजेपी की नेशनल एग्जीक्यूटिव से बाहर कर दिया गया है। साथ ही साथ उनकी माता मेनका गांधी को भी बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है। जब से लखीमपुर कांड हुआ है उसके बाद से ही वरूण गांधी और अधिक सक्रिय दिख रहे हैं। पहले भी उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर किसानों की कुछ मांगों को मानने के लिए कहा था।
Wise words from a big-hearted leader… pic.twitter.com/xlRtznjFAx
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 14, 2021
दरअसल वरुण गांधी पिछले कई हफ्तों से राज्य सरकार और केंद्र सरकार को किसानों की मांगों को मानने के लिए कह रहे हैं। अब वरुण गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक अटल बिहारी बाजपेई का एक भाषण ट्वीट किया है, जिसमें अटल जी किसानों पर बोलते हुए नजर आ रहे हैं। सबसे बड़ी बात इस वीडियो को डालते वक्त वरुण गांधी ने लिखा है कि, “बड़े दिल वाले नेता के समझदार शब्द…” इस वीडियो में अटल बिहारी बाजपेई उस समय की सरकार पर निशाना साधते हुए कह रहे हैं कि, “मैं सरकार को चेतावनी दे रहा हूं कि दमन के तरीके छोड़ दीजिए। किसान डरने वाला नहीं है। हम किसानों का दलीय राजनीति के लिए उपयोग नहीं करना चाहते। लेकिन हम किसानों की उचित मांग का समर्थन करते हैं। यदि सरकार दमन करेगी, कानून का दुरुपयोग करेगी, किसानों के शांतिपूर्ण प्रदर्शन को दबाने का प्रयास करेगी तो हम किसानों के समर्थन में कूदने का जरा भी संकोच नहीं करेंगे। हम उनके साथ कंधे से कन्धा मिलाकर खड़े रहेंगे।”
बता दे कि वरुण गांधी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से बीजेपी के सांसद हैं। साथ ही साथ उनकी माताजी उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से सांसद हैं। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मेनका गांधी केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी थी और दूसरे कार्यकाल में मेनका गांधी को मंत्री पद नहीं दिया गया है।