अनुप्रिया, जन की बात
प्रदीप भंडारी ने ड्रग्स के खिलाफ 2 अक्टूबर को मुहिम चलाई थी।जिसका बहुत बड़ा असर हुआ है। आर्यन खान की जमानत याचिका चौथी बार भी खारिज हो गई है। आर्यन के साथ अरबाज मर्चेंट और मुनमुन धमेचा की जमानत अर्जी भी खारिज कर दी गई।14 अक्तूबर को सेशंस कोर्ट में जज ने वकीलों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था। पिछली सुनवाई के दौरान एनसीबी ने कोर्ट से कहा था कि आर्यन खान 20 साल की उम्र से ही ड्रग का सेवन कर रहा है। एनसीबी का कहना था कि आर्यन के इंटरनेशनल ड्रग पेडलर्स संग कनेक्शन भी हैं।हालांकि अगर देखा जाए तो इस मामले में सियासत भी तेज हो गई थी। बता दें कि आर्यन खान को लेकर शिवसेना सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पहुंच गई थी। शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने अपनी तरफ से एक याचिका दायर की है, जिसमें आरोपियों के मौलिक अधिकारों का हवाला दिया गया है। सुप्रीम कोर्ट से मांग की गई थी कि, ड्रग्स केस में एनसीबी की भूमिका की जांच की जाये।
वहीं दूसरी तरफ एनसीपी(NCP) के नेता नवाब मलिक लगातार एनसीबी (NCB) की कार्रवाई को लेकर सवाल उठाते रहते हैं। नवाब मलिक प्रतिदिन एनसीबी के खिलाफ ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया देते रहते हैं।कुछ लोग तो यहां तक कह रहे थे कि आर्यन खान मुसलमान हैं, इसलिए ये सब उसके साथ हो रहा है।कई बॉलीवुड अभिनेता और अभिनेत्री भी आर्यन खान के समर्थन मे खुल कर सामने आए है। लेकिन न्यायलय के नज़रो मे सब समान है।लोगो के तमाम कोशिशों के वावजूद आज भी आर्यन खान की जमानत याचिका खारिज कर दी गई है।