अनुप्रिया, जन की बात
बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक अफवाह के कारण दुर्गा पूजा के दौरान शुरू हुई हिंसा के बाद हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। कई लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं। वहीं, 16 अक्टूबर को रंगपुर के पीरगंज में हिंदुओं के घर जला दिए गए। उधर, अमेरिका ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों की निंदा की है. अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘धार्मिक स्वतंत्रता और विश्वास मानव अधिकार है. दुनिया के हर व्यक्ति को अपनी धार्मिक पहचान और विश्वास की परवाह किए बगैर, सुरक्षित महसूस करने और अपने त्योहारों को मनाना चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘विदेश विभाग बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हमलों की निंदा करता है.’
पुलिस ने बताया कि कमिला में एक हिंदू पूजा स्थल पर कुरान के अपमान को लेकर अफवाह फैलाई गई, जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया. अफवाह के बाद भड़की हिंसा में अब तक 6 लोग मारे जा चुके हैं. इस मामले में एक हिंदू युवक को भी हिरासत में लिया गया है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी मंगलवार को गृह मंत्री को उन लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया, जिन्होंने धर्म का इस्तेमाल कर हाल में हिंसा भड़काई थी. हसीना ने लोगों से तथ्यों की जांच किए गए बगैर सोशल मीडिया पर किसी भी चीज पर विश्वास नहीं करने को कहा है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 50 साल पहले पाकिस्तान से बांग्लादेश की आजादी का विरोध करने वाले घरेलू तत्व अब भी हिंसा भड़काने के लिए जहर उगल रहे हैं, नफरत भरे विमर्श और पाखंड फैला रहे हैं.
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने बांग्लादेश में दुर्गापूजा के दौरान मंदिरों और हिन्दू आराध्य देवों की प्रतिमाओं पर हमले की घटनाओं की कड़ी निंदा की और पड़ोसी देश में इन घटनाओं के दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई तथा हिंदुओं की सुरक्षा की मांग की। विहिप के केन्द्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने अपने बयान में बांग्लादेश सरकार से अपील की कि वह अपने अल्पसंख्यक हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए कट्टरपंथियों पर अंकुश लगाए तथा पीड़ित हिंदुओं के नुकसान की भरपाई और मृतकों व घायलों को उचित मुआवजे की व्यवस्था करे।
इस्कॉन मंदिर की तरफ से भी इस बात की कड़ी निंदा की गई है , मंदिर की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि, बांग्लादेश सरकार हमले में शामिल आरोपियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करे और उनके खिलाफ सख्त एक्शन ले। 17 अक्टूबर को जारी एक आधिकारिक बयान में, वर्ल्डवाइड इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) ने कहा कि, बांग्लादेश के कई जिलों के कई मंदिरों, घरों, दुकानों और व्यक्तियों पर हमला किया गया और हिंदू अल्पसंख्यक के कई निर्दोष सदस्य मारे गए हैं, लिहाजा बांग्लादेश सरकार को जवाबदेही सुनिश्चित करनी चाहिए।
शेख हसीना ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता मुहैया कराने की घोषणा की है. विदेश मंत्रालय के बयान में यह रेखांकित किया गया है कि बांग्लादेश सरकार इन घटनाओं की निंदा करती है और हिंदू समुदाय के अंदर और बाहर से आई प्रतिक्रिया का गंभीर संज्ञान लेती है. मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने हिंदू धर्म स्थलों और प्रतिमाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और प्रशासन की मदद को लेकर शीघ्रता से कदम उठाते हुए अर्द्धसैनिक बल तैनात किए थे. पुलिस ने देश के विभिन्न हिस्सों में 450 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था और और अधिक संदिग्धों को पकड़ने के लिए तलाश जारी है.