रिषभ सिंह, जन की बात
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के एक बयान को लेकर विवाद बढ़ गया है. उन्होंने रविवार को एक सभा में मोहम्मद अली जिन्ना को सरदार पटेल और महात्मा गांधी की तरह ही आजादी का नायक बताया. उनके इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘शर्मनाक’ और ‘तालिबानी मानसिकता’ वाला बताया है. इसके साथ ही सीएम योगी ने अखिलेश से माफी मांगने की बात भी कही है. सीएम योगी ने कहा, ‘समाजवादी पार्टी प्रमुख ने कल जिन्ना और सरदार पटेल की तुलना की. ये शर्मनाक है. ये तालिबानी मानसिकता है जो बांटने में विश्वास रखती है. सरदार पटेल ने देश को एक सूत्र में पिरोया था.’ उन्होंने कहा कि अखिलेश को अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि जिन्नावादी राम भक्तों पर गोलियां चलवाया करते थे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के शासन में देश के दुश्मनों और निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचाने वालों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना सरदार वल्लभभाई पटेल से करने को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की आलोचना करने के कुछ ही घंटे बाद आदित्यनाथ ने ये बयान दिया.
आखिर क्या कहा था अखिलेश यादव ने?
रविवार को हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश ने ये बयान दिया था. उन्होंने कहा था, ‘सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन को देखकर फैसले लेते थे, वह जमीन को समझ लेते थे तभी फैसला लेते थे, इसीलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते थे. सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे. एक ही जगह पर पढ़ाई लिखाई की. वो बैरिस्टर बने उन्होंने आजादी दिलाई अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वो पीछे नहीं हटे.’