रिषभ सिंह, जन की बात
कंगना रनौत के ‘भीख में आजादी’ वाले बयान पर घिरते जा रही हैं. कंगना की आजादी वाले बयान पर किरकिरी हो रही है. आम आदमी पार्टी, कांग्रेस, जेडीयू, समाजवादी पार्टी, शिवसेना समेत अन्य पार्टी मांग कर रही है कि पद्मश्री सम्मान को कंगना से वापस लिया जाए. इस बीच केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा ने कहा है कि असली आजादी 1947 में ही मिली. और आजादी का विषय ऐसे लोग उठा रहे हैं जिनको सोचने समझने की हैसियत उतनी ही है.
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा इन दिनों लखीमपुर कांड को लेकर चर्चा में हैं. इस बीच फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के बयान को लेकर जो विवाद चल रहा है उसपर अजय मिश्रा की प्रतिक्रिया आई है.
फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा था कि 1947 वाली आजादी भीख में मिली थी और असली आजादी 2014 में मिली है. इसपर सवाल पूछे जाने पर अजय मिश्रा ने कहा कि असली आजादी 1947 में ही मिली थी और यह विषय ऐसे लोग उठाते हैं जिनके सोचने समझने की हैसियत उतनी ही है.
यूपी विधानसभा चुनाव पर भी अजय मिश्रा ने बात की. कांग्रेस और प्रियंका गांधी पर उन्होंने निशाना साधा. वह बोले कि कांग्रेस हर बार चुनाव जीतने के बड़े दावे करती है लेकिन नतीजे क्या होते हैं वे सबने देखे हैं.
दरअसल कंगना ने न्यूज चैनल टाइम्स नॉउ को दिए इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जो आजादी हमें मिली, वह तो भीख थी। असली आजादी तो साल 2014 में मिली है। कंगना के इस बयान के बाद से हंगामा मच गया और लोग इसकी कड़ी आलोचना करने लगे। कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने इस बयान के लिए कंगना और चैनल दोनों की आलोचना की थी। भाजपा के कुछ नेता भी इस बयान के विरोध में उतर आए थे और इसे स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बताया था। अब जाकर चैनल ने इस बयान से दूरी बना ली है।