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मणिशंकर अय्यर का एक और विवादित बयान मुगलों के शान में पढ़े कसीदे, भाजपा पर साधा निशाना

ऋषभ, जन की बात

मणिशंकर अय्यर और विवादित बयान, दोनों को परिभाषित किया जाए तो शायद दोनों का एक ही मतलब निकलेगा। अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियां बटोरने में माहिर कांग्रेस के नेता मणिशंकर अय्यर ने इस बार मुगल शासन की जमकर तारीफ की है। नेहरू जयंती मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मणिशंकर अय्यर ने मुगल शासन में हुए अत्याचारों की बातों का खंडन किया। मणिशंकर अय्यर ने यह दावा किया कि मुगलों ने कभी देश में धर्म के नाम पर अत्याचार किया ही नहीं। उन्होंने मुगल बादशाह अकबर के शासन से लेकर तमाम दूसरे मुगल बादशाहों का उदाहरण देकर दावा किया कि मुगल शासन में कभी भी लोगों का जोर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन नहीं किया गया। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर भी जमकर हमला बोला। मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि , ‘जो भारत की विविधता है उसे शायद जवाहर लाल नेहरू से ज्यादा और किसी ने नहीं समझा, उनको पता था कि भारत में अनेक भाषाएं हैं, अनेक नस्ल हैं, अनेक रंग के लोग हैं, अनेक किस्म के साहित्य हैं, लोग अनेक तरह की बोलियां बोलते हैं।

मणिशंकर अय्यर ने पुरानी जनगणना का हवाला देते हुए कहा है कि 1872 में देश में 72 फीसदी हिंदू थे और 24 फीसदी मुसलमान थे। ये संख्या अब भी वैसी ही है, इसलिए मुसलमानों पर जनसंख्या बढ़ाने के आरोप पूरी तरह से गलत हैं। अय्यर ने भाजपा पर मुहजबानी हमला करते हुए कहा, “ये कहते हैं कि मारपीट हुई, सब लड़कियों से बलात्कार हुआ और इन्होंने सबको मुसलमान बना लिया। अरे..मुसलमान बनते तो आंकड़े तो अलग होने चाहिए। 72 प्रतिशत मुसलमान होने चाहिए और 24 प्रतिशत हिंदू होने चाहिए, लेकिन असलियत क्या है? और इसलिए पार्टीशन मांगने के पहले जिन्ना जी की बस एक ही मांग थी कि सेंट्रल असेम्बली में 30 फीसदी आरक्षण दिया जाए। उन्होंने ये नहीं मांगा कि हमें 80 दो या 90 दो, उन्होंने 30 प्रतिशत मांगा और ये इसलिए माना किया गया क्योंकि उनकी तादाद मात्र 26 प्रतिशत ही थी”

कहां से शुरू हुआ पूरा विवाद?

दरअसल, पूरे विवाद की शुरुआत अयोध्या पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और वकील सलमान खुर्शीद की किताब को लेकर हुई है। सलमान खुर्शीद द्वारा अपनी नई किताब में कथित तौर पर हिंदुत्व की तुलना आतंकवादी समूहों बोको हरम और आईएसआईएस से की है, इस बात के बाहर आते ही कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हो गई, इस पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और कांग्रेस नेतृत्व पर हिंदू मत के खिलाफ घृणा को पोषित करने का आरोप लगाया.

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘कांग्रेस नेताओं में हिन्दुत्व के प्रति घृणित भावना है और इसके लिए उन्हें गांधी परिवार से समर्थन मिलता है.’ भाजपा प्रवक्ता ने राहुल गांधी के उस वक्तव्य का भी उल्लेख किया, जिसका जिक्र 2010 के विकिलीक्स के खुलासे में भी था. इसमें राहुल गांधी ने कथित तौर पर देश को आतंकवाद से ज्यादा खतरा हिंदू अतिवादी समूहों से बताया था.

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