ऋषभ सिंह ,जन की बात
पीएम मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के उद्घाटन के मौके पर कहा कि यूपी में हमने ऐसी सरकारों का देखा जिन्होंने कनेक्टिविटी की चिंता किए बिना ही औद्योगीकरण के सपने दिखाए। परिणाम ये हुआ कि जरूरी सुविधाओं के अभाव में यहां लगे अनेक कारखानों में ताले लग गए। ये भी दुर्भाग्य रहा कि दिल्ली और लखनऊ, दोनों ही जगह परिवारवादियों का ही दबदबा रहा। सुल्तानपुर के सपूत श्रीपति मिश्रा के साथ भी तो यही हुआ था, परिवारवादी लोगों ने उनका अपमान किया था, जिसे यूपी के लोग कभी नहीं भुला सकते हैं।
अगर कोई अपना घर बनाता है तो मिट्टी की जांच करता है, अन्य पहलुओं को देखता है। लेकिन पूर्व की सरकारों ने यहां बिना कनेक्टिविटी की जानकारी किए ही बस वादे कर दिए जिससे विकास कोसों दूर रहा। आज मैं देख रहा हूं कि कुछ लोग अपना आपा खो रहे हैं, विचलित हो रहे हैं, ये वही लोग हैं लोग अपने समय में सफल नहीं हुए तो योगी जी की सफलता देख कर परेशान हैं। आज प्रदेश में विकास हो रहा है तो इसका सबसे अधिक लाभ हमारी बहनों-बेटियों को मिल रहा है। घर, बिजली पानी, शौचालय, रसोई गैस मिलने से उनको सबसे बड़ी परेशानी से छुटकारा मिला है।
पीएम ने कहा कि सुल्तानपुर के सपूत श्रीपति मिश्रा के साथ भी तो यही हुआ था, जिनका जमीनी अनुभव और कर्मशीलता ही पूंजी थी। परिवार के दरबारियों ने उनको अपमानित किया। ऐसे कर्मयोगियों का अपमान यूपी के लोग कभी नहीं भुला सकते। आज यूपी में डबल इंजन की सरकार यूपी के सामान्य जन को अपना परिवार मानकर काम कर रही है। यहां जो कारखाने लगे हैं, जो मिलें हैं, उनको चलाने के साथ-साथ नए निवेश के लिए माहौल बनाया जा रहा है। यूपी में आज सिर्फ 5 साल की योजना नहीं बन रही, बल्कि इस दशक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। पूर्वी और पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से यूपी को पूर्वी और पश्चिमी समुद्री तट से जोड़ने के पीछे यही सोच है। किसानों का सामना दुनिया के बाजारों तक पहुंच पाएगा।