रविवार को सरकार ने विदेशी संवाददाता क्लब (FCC) को 31 जुलाई तक लुटियंस दिल्ली में अपना बंगला खाली करने के लिए नोटिस दिया है. इससे पहले 3 मई को नई दिल्ली में विदेशी संवाददाता क्लब (Foreign Correspondents Club/FCC) ने विवेक रंजन अग्निहोत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस को रद्द कर दिया था. इसी सिलसिले में 5 मई को प्रदीप भंडारी ने अपने शो जनता का मुकदमा पर विवेक अग्निहोत्री के साथ इंटरव्यू में सबसे पहले इस मुद्दे पर बात की और एफसीसी की गतिविधियों की जांच की मांग की थी.
केंद्र ने बंगला खाली करने के लिए फॉरेन कॉरेस्पोंडेंट्स क्लब और आईडब्ल्यूपीसी को नोटिस भेजा
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के संपदा विभाग (डीओई) ने संबंधित सरकारी बंगलों को खाली करने के लिए विदेशी संवाददाता क्लब (एफसीसी) और भारतीय महिला प्रेस क्लब (आईडब्ल्यूपीसी) को नोटिस भेजा है. एक रिपोर्ट के अनुसार आवास मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि बंगला 31 जुलाई तक खाली कर दिया जाना चाहिए. एफसीसी को भेजे गए नोटिस में लिखा है कि उन्हें 31 जुलाई 2022 तक बंगले को बनाए रखने की प्रमुख मंजूरी थी। इसलिए, उनसे अनुरोध किया जाता है कि वे तब तक बंगला खाली कर दें और खुद के लिए एक और उपयुक्त आवास खोजें. नोटिस की एक प्रति सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को भी भेजी गई है. इसी तरह का नोटिस आईडब्ल्यूपीसी को भेजा गया था.
'India's saccha patrakar who works hard and does his job honestly, will be ashamed when he sees the lifestyle of these Lutyens press bodies' – @vivekagnihotri, Filmmaker of #TheKashmirFiles speaks exclusively to @pradip103 on @JMukadma on @IndiaNews_itv.#VivekVsAntiIndiaMedia pic.twitter.com/kFYxstJacA
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) May 5, 2022
प्रदीप भंडारी ने अपने शो में सबसे पहले एफसीसी की गतिविधियों की जांच की मांग की थी
5 मई को जनता का मुकदमा पर ‘द कश्मीर फाइल’ के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री ने प्रदीप भंडारी के साथ बातचीत के दौरान कहा था, ‘अगर वामपंथी मीडिया की फंडिंग देखी जाए तो यह 5 साल का बच्चा भी बता सकता है कि इसके पीछे का कारण क्या है? आतंकवाद एक बहुत बड़ा धंधा है, और इस धंधे में आपको ऐसा लगता है कि सिर्फ आतंकवादी लोग शामिल हैं? नहीं, इसमें बहुत सारे मीडिया हाउस शामिल है, जो इनको बौद्धिक और विचारधारा का कवच देते हैं. इसके लिए भारत के दुश्मन देश इन्हें पैसा देते हैं. यह एजेंडा और फंडेड मीडिया हाउस है, मैं तो कहूंगा मीडिया नहीं है, पॉलिटिकल एक्टिवेशन ग्रुप है जो मीडिया की आड़ में अपना एजेंडा चलाते हैं.
इस्लामोफोबिया को पॉलिटिकल व्यापक की तरह इस्तेमाल करते हैं: विवेक अग्निहोत्री
विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि, ‘ ऐसे कौन से पत्रकार हैं जो प्रेस कॉन्फ्रेंस को कैंसिल करना चाहेंगे? इन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उनको यह बात अच्छे से पता है अगर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस होती तो बहुत सारे तथ्य खुलकर सामने आ जाते. उनका जो इस्लामोफोबिया है जिससे वह पॉलिटिकल वेपन की तरह यूज करते है, वो झूठी कहानी भी खुलकर सामने आजाता.