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प्रदीप भंडारी के शो पर ज्ञानवापी में शिवलिंग का विरोध कर रहे नेताओं को कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम की दो टूक- हमारी आस्था को ठेस न पहुंचाए

सोमवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम से एक्सक्लूसिव बातचीत पर अशोक गहलोत और अन्य कांग्रेस नेताओं द्वारा हिंदुओं की भावनाओं और देवताओं के अपमान पर बात की.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम से बात करते हुए प्रदीप भंडारी ने कहा कि कांग्रेस के नेता हमेशा कटघरे में रहते है, और आचार्य प्रमोद कृष्णम इस वक्त विवादों में हैं. क्योंकि उन्होंने इस बात का जिक्र किया है, कि हिंदुओं को शिवलिंग पर पूजा का अधिकार होना चाहिए. अशोक गहलोत ने इसे ‘तमाशा’ कहां है,मैं पूछना चाहता हूं,अगर हिंदू पूजा शिवलिंग में नहीं करेगा तो कहां करेगा?

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि ,’यह हमारी आस्था का विषय है, शिवलिंग हमारे लिए वंदनीय है पूजनीय है, महादेव हमारे आराध्य हैं. सनातन धर्म की कल्पना भी नहीं की जा सकती, देवों के देव महादेव के बिना. मैंने यह कहा है कि शिवलिंग का सम्मान होना चाहिए,अगर शिवलिंग का सम्मान नहीं करना आता तो उसका अपना भी मत किजिये’. शिवलिंग करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र है. शिवलिंग का मजाक बनाना मखौल बनाना किसी भी पार्टी के नेता को शोभा नहीं देता और दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोचने का विषय है, क्योंकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है. धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र होने का मतलब धर्म विरोधी राष्ट्रीय नहीं है.

शिवलिंग हमारी आस्था से जुड़ा विषय है तो उसका अपमान ना करें: अचार्य प्रमोद कृष्णम

प्रदीप भंडारी ने आगे कहा कि,’अखिलेश यादव जैसे नेता कहते हैं हिंदू तो कहीं भी मंदिर बना ले चाहे पेड़ हो या पत्थर, हिंदुओ की भावना के साथ तो खिलवाड़ हो रहा है और उन्हें सिर्फ अपमानित किया जा रहा है?

अचार्य प्रमोद कृष्णम ने जवाब दिया कि, ‘सनातन धर्म सभी धर्मों का आदर करना सभी धर्मों का बराबर सम्मान करने की शिक्षा देता है. लेकिन अगर कुछ लोग ऐसा मानते हैं और अपने को ज्यादा धर्मनिरपेक्ष दिखाना चाहते हैं क्योंकि हमारा देश धर्मनिरपेक्ष है. अगर वह सनातन धर्म को मानते हैं और दूसरे के धर्म का सम्मान करते हैं, मैं उनसे अपील करना चाहता हूं की सनातन धर्म दूसरों के धर्म के सम्मान के साथ-साथ अपने धर्म के अपमान की अनुमति भी नहीं देता.’

प्रदीप भंडारी ने सवाल किया कि क्या आप ने अशोक गहलोत को फोन करके कहा कि आपने हिंदुओं के भावना का अपमान किया है? 

अचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मैं,’एक नेता की बात नहीं कर रहा हूं मैं सभी से अपील कर रहा हूं कि अगर हमारे धर्म में उनकी आस्था नहीं है, तो कम से कम हमारी आस्था का मजाक ना बनाएं मखोल ना बनाएं. शिवलिंग हमारी आस्था से जुड़ा विषय है तो उसका अपमान ना करें

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