बीते शुक्रवार को पीएम मोदी के कानपुर दौरे के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने हिंसा भड़काने की कोशिश की थी. जिसके बाद दोनों ही पक्षों की ओर से पत्थरबाजी की गई थी. जिसमें कई लोगों की चोटें भी आई थी. हालांकि, इस मामले में शामिल कई लोगों की पहले ही गिरफ्तारी की जा चुकी थी लेकिन अभी इस गिरफ्तारी का सिलसिला लंबा चलेगा.
कानपुर हिंसा के मामले में पुलिस ने अब तक 24 लोगों को गिरफ्तार गया है, जिसमें हिंसा का मास्टरमाइंड जफर हयात हाशमी भी शामिल है. वहीं, कानुपर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने कहा कि सभी दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा. इसके अलावा पुलिस को 20 नये वीडियो भी मिले हैं.
दंगाइयों के खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए एक्ट में होगी कार्रवाई
कानुपर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने एएनआई से कहा कि कानपुर हिंसा में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर और एनएसए एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्तियों को जब्त किया जाएगा. कल 18 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी और आज 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कल (शुक्रवार) कानपुर में कुछ लोगों द्वारा माहौल खराब करने की कोशिश की थी जिस पर कार्रवाई करते हुए हमने स्थिति को काबू में किया. पूरे मामले में 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं. हमें सूचना मिली थी कि मुख्य आरोपी शहर छोड़कर निकल गए हैं.
पीएफआई का हाथ होने की आशंका
वहीं दंगों में पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) का नाम सामने आ रहा है. अब दंगों में पीएफआई कनेक्शन को लेकर जांच शुरू कर दी गई है. कानपुर में कई संगठनों ने दंगों में पीएफआई की भूमिका की जांच की मांग की. जानकारी के अनुसार हिंसा भड़काने में पीएफआई की भूमिका को देखते हुए कानपुर पुलिस एसआईटी का गठन किया जाएगा. एसआईटी घटना के सभी पहलुओं की जांच करेगी और यह भी पता लगाएगी कि लोगों को भड़काने के पीछे किसका हाथ है. हालांकि पुलिस ने साफ कर दिया है कि दंगों में शामिल लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनके घरों पर बुलडोजर भी चलाए जाएंगे.