उत्तर प्रदेश के कानुपर में शुक्रवार को नमाज के बाद हुई हिंसा के मास्टर मांइड मौलाना मोहम्मद अली जौहर फैंस एसोसिएशन के अध्यक्ष हयात जफर हाशमी और उसके एसोसिएशन को विदेश से फंडिंग की आशंका है. पुलिस को इस संबंध में कई पुख्ता साक्ष्य मिले है.
सूत्रों के हवाले से मिल रही खबर के मुताबिक 2019 से हाशमी को विदेशों से फंडिंग हो रही थी. कानपुर के बाबू पुरवा इलाके के एक प्राइवेट बैंक में 2019 को एक खाता खोला गया. इस खाता संख्या 5001471XX में 30 जुलाई 2019 की तिथि में तीन करोड़ 54 लाख रुपये जमा किये गए. सितंबर 2021 को 98 लाख रुपया एक मुश्त निकाला गया. अभी इस खाते में एक करोड़ 27 लाख रुपये शेष हैं. इसी तरह अन्य दो और खातों की जानकारी जांच एजेंसियों को मिली है. इन खातों में महज दो तीन सालो में 47 करोड़ 68 लाख रुपयों का लेन देन हुआ है. अब इन खातों में महज साढ़े 11 लाख बचे हैं , यह खाते 2019 में ही खोले गए थे. पुलिस कई एजेंसियों की मदद से इन खातों की जांच कर रही है.
कानपुर हिंसा में 100 से अधिक लोगों की पहचान हो चुकी है
कानपुर हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने रविवार को पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया, जिसके बाद कुल गिरफ्तार आरोपियों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है, जबकि 100 से अधिक आरोपियों की पहचान हो चुकी है. कानपुर के पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने कहा कि घटना की विधिवत जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है. उन्होंने कहा, “हम जांच करेंगे कि क्या उनका पीएफआई (पापुलर फ्रंट आफ इंडिया) के साथ कोई संबंध था, जिन्होंने उसी दिन मणिपुर और पश्चिम बंगाल को बंद करने का आह्वान किया था.”