शिवसेना के एकनाथ शिंदे ने गुरुवार शाम महाराष्ट्र के नए सीएम पद की शपथ ली. जबकि देवेंद्र फडणवीस राज्य के नए उप-मुख्यमंत्री बने. अपने शो जनता का मुकदमा में शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने बताया उन 20 मिनट में ऐसा क्या हुआ की देवेंद्र फडणवीस उप-मुख्यमंत्री बनने को तैयार हो गए.
प्रदीप भंडारी ने बताया कि,”यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का अभी तक का सबसे बड़ा राजनीतिक मास्टर स्ट्रोक है. कहना गलत नहीं होगा कि इस फैसले ने सबको चौंका दिया है. मैं इसको आपके लिए राजनीतिक तरीके से डीकोड करता हूं”-
पहला, शिवसेना को मुख्यमंत्री पद देखकर एकनाथ शिंदे को उद्धव ठाकरे के बराबर एक शिवसेना लीडर के रूप में लाकर खड़ा कर दिया. दूसरा, एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाकर बाकी उद्धव कैंप के विधायकों में भी फूट के बीज बो दिए. तीसरा, बालासाहेब ठाकरे की विरासत को उद्धव ठाकरे जिन्होंने एनसीपी, कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था एक आम शिवसैनिक को आगे ले जाने के लिए सौंप दी. चौथा, शिवसेना से परिवारवाद के फसल को काट दिया और हिंदुत्व के फल को पकने दिया
पांचवा, 2024 के पहले हिंदुत्व और मराठा के सम्मिलन को जोड़कर बीजेपी को फ्रंट सीट पर बैठा दिया. अब बीजेपी पिछली बार से ज्यादा सीटें 2024 में लड़ भी सकती है और जीत भी सकती है. छटा, देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के सबसे बड़े नेता के रूप में स्थापित करवा दिया, पहले उन्होंने बड़ा दिल दिखाया और सरकार को बाहर से समर्थन देने की बात कही और फिर महाराष्ट्र की जनता के हित में उन्होंने सरकार में आने को कहा.
'एकनाथ शिंदे का मुख्यमंत्री बनना मेरे लिए चौंकाने वाला है' –
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद सबसे पहले प्रदीप भंडारी के शो पर शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर की EXCLUSIVE प्रतिक्रिया. #HindutvaSarkar @dvkesarkar @pradip103 #EknathShinde @IndiaNews_itv pic.twitter.com/oFvjmlr5eT
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) June 30, 2022
इससे वह महाराष्ट्र की जनता के बड़े लीडर के रूप में स्थापित तो हुए ही साथ में यह भी बता दिया कि बिना देवेंद्र फडणवीस के सुशासन के बिना महाराष्ट्र की सरकार आगे नहीं बढ़ सकती
सातवा, शरद पवार को मात देकर शिव सेना को वापस लाते हुए अपने हिंदुत्व वोट बैंक को और भी मजबूत कर दिया. आमतौर पर राजनीति में एक और एक की जोड़ी 11 होती है, अगर उनमें एक राहुल गांधी ना हो तो. लेकिन मोदी-शाह की जोड़ी एक और एक की 111 के बराबर है, और वह वहां सोचना शुरु करते हैं जहां राजनीतिक पंडित सोचना बंद करते हैं. तभी चाय बिस्कुट गैंग उनको नहीं समझ पाते पर जनता के दिलों में वो राज करते हैं.