राजस्थान के उदयपुर में 28 जून को कन्हैयालाल की हत्या कर दी गई थी। कन्हैया लाल की हत्या जिहादियों ने की थी, क्योंकि कन्हैयालाल के बेटे ने नूपुर शर्मा के समर्थन में एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था। वहीं 21 जून को अमरावती में उमेश नाम के शख्स की कट्टरपंथियों ने हत्या कर दी क्योंकि उन्होंने भी नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट किया था। इन लोगों को सर तन से जुदा करने की धमकियां पहले ही मिली थी।
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने कन्हैया लाल के परिवार के लिए सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर एक डोनेशन अभियान चलाया, जिसके तहत उन्होंने कहा कि जो भी राशि मिलेगी उसे कन्हैयालाल के परिवार को सौंपा जाएगा। कपिल मिश्रा ने एक करोड़ का लक्ष्य रखा था लेकिन करीब 15,000 लोगों ने 1 करोड़ 70 लाख रुपए डोनेट किए।
कपिल मिश्रा ने फैसला किया कि 1 करोड़ रुपए कन्हैयालाल जी के परिवार को दिए जाएंगे। 30 लाख रुपए अमरावती के उमेश जी के परिवार को दिए जाएंगे। जबकि जिहादियों ने कई और लोगों को घायल किया है उनमें भी पैसे बांटे जाएंगे। सब की कानूनी लड़ाई में भी कपिल मिश्रा की ओर से मदद दी जाएगी। जैसे ही कपिल मिश्रा ने कन्हैया लाल के परिवार से मुलाकात की, उसके बाद से ही कपिल मिश्रा को भी सर तन से जुदा करने की धमकियां मिलने लगी।
Kapil Mishra has single Handedly built Hindu Eco system with some phenomenal ground work always leading from the front .. no wonder the J!hadis are rattled#Istandwithkapilmishra pic.twitter.com/St3N0tAtVP
— Vikas (@VikasPronamo) July 4, 2022
कपिल मिश्रा के ईमेल पर अकबर आलम नाम के शख्स ने मैसेज कर उन्हें सर तन से जुदा करने की धमकी दी क्योंकि उन्होंने कन्हैया लाल के परिवार से मुलाकात की थी और हिंदुओं के समर्थन में आवाज उठाई थी। जैसे ही कपिल मिश्रा ने यह पोस्ट ट्विटर पर डाला उसके बाद से ही कपिल मिश्रा के समर्थन में हिंदुओं का जनसैलाब सोशल मीडिया पर उमड़ पड़ा और उनके समर्थन में हैशटैग ट्रेंड होने लगा।
#IStandWithKapilMishra pic.twitter.com/XAvpC3R7HH
— Mani Bansal BJP (@bansalmani1977) July 5, 2022
लाखों की संख्या में कपिल मिश्रा के समर्थन में हिंदुओं ने आवाज उठाई और कपिल मिश्रा को सुरक्षा देने की भी मांग की।