गुरुवार को अपने शो जनता का मुकदमा में शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने सुशांत सिंह राजपूत, मामले में अभी तक CBI द्वारा चार्जशीट दाखिल नहीं करने पर बिहार के पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे जी से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
प्रदीप भंडारी ने सवाल किया कि, गुप्तेश्वर पांडे जी, आप बिहार के पूर्व डीजीपी हैं. यह आपके अधीन था कि सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी. आपकी टीम को मुंबई में ब्लॉक कर दिया गया था, आपके पुलिस वालों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा. कल सुशांत की बहन ने मुझसे बात की और साफ-साफ कह दिया कि सुशांत सुसाइड नहीं कर सकता था. आप सबसे पहले परिवार से मिलने वालों में से थे, आज आप प्रियंका को क्या कहना चाहते हैं?
गुप्तेश्वर पांडे जी ने प्रदीप भंडारी के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि, जब मुझे सुशांत के घटना के बारे में पता चला तो उनके परिवार और पिताजी से मिलने वाला मैं पहला सदस्य था. उसके बाद तो बहुत सारे वीआईपी लोग आए और गए, आने जाने वालों का सिलसिला लगातार बना रहा. लेकिन मैं पहला आदमी था जो सबसे पहले उनके पिताजी से मिलने उनके घर पहुंचा था. वह कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थे, बाद में जब उनके परिजनों से मुझे बात करने को मिला तो उन्होंने कहा कि यह आत्महत्या नहीं हो सकती. उसके बाद बहुत मंथन करने के बाद मैंने बिहार में एफआईआर करवा दिया. मैंने इन्वेस्टिगेशन को अपने हाथ पर ले लिया मुंबई पुलिस ने मुझे रोका मामला सुप्रीम कोर्ट चला गया और सुप्रीम कोर्ट ने ही CBI को दे दिया. मैं सुशांत की बहन प्रियंका सिंह को कहना चाहता हूं कि वह अपने पास मौजूद सभी सबूत अदालत में पेश करें, ताकि अपराधी बेनकाब हो सके और उसे सजा मिल पाए.
'I want to tell Sushant's sister @withoutthemind that she should present all the evidence she has in her possession in court' –
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— Jan Ki Baat (@jankibaat1) July 14, 2022
गुप्तेश्वर पांडे ने आगे कहा कि, बहुत कम ऐसे हत्या के मामले होते हैं, जिसको इतना हाइलाइट किया गया है. मुझे यकीन है कि सीबीआई इस मामले को संवेदनशीलता से संभाल रही है. सुशांत के मामले में ऐसे कोई भी लोग नहीं है जो यह नहीं चाहते कि दोषियों का पता चले और उनको जल्द से जल्द सजा हो.
सुशांत के दोषियों को मौत की सजा दी जानी चाहिए.
'बहुत कम ऐसे हत्या के मामले होते हैं, जिसको इतना हाइलाइट किया गया है.
I am sure CBI is handling this case sensitively' –Gupteshwar Pandey, Ex DGP of Bihar speaks exclusively to @pradip103 on #OathForJusticeForSSR debate on @JMukadma on @IndiaNews_itv.@ips_gupteshwar pic.twitter.com/CuL1PUrOol
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प्रदीप भंडारी ने आगे सवाल किया कि गुप्तेश्वर जी आपको नहीं लगता सीबीआई को सच के तह तक जाना चाहिए, अब 760 दिन हो गए हैं जनता के सामने आना चाहिए?
गुप्तेश्वर पांडे ने जवाब देते हुए कहा कि, अगर मैं इस केस में शामिल नहीं होता, तो सुशांत का मामला मुंबई में ही दब जाता. मैं अंत तक सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के साथ खड़ा रहूंगा. हम हमेशा सुशांत के परिवार के साथ खड़े रहे. सुशांत के मामले को सनसनीखेज बनाने के तरीके के लिए हमने केवल मीडिया और बीजेपी प्रवक्ताओं से सवाल किया. सुशांत के मामले में सबूतों से छेड़छाड़ की गई है इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता. मुझे नहीं लगता कि सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या की है.
'I will stand with Sushant Singh Rajput's family till the very end' –
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