अमेरिकी संसद के निचले सदन, हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी आखिरकार ताइवान की राजधानी ताइपे पहुंच गई है। ताइवान पहुंचकर नैन्सी का पहला बयान आया है, उन्होंने कहा कि मेताइवान यात्रा करके हम लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करते हैं। इस बात की पुष्टि करते हुए कि ताइवान की स्वतंत्रता और सभी लोकतंत्रों का सम्मान किया जाना चाहिए।
ताइवान पहुंचने के बाद पेलोसी ने किया ट्वीट
नैंसी पेलोसी ने ताइवान पहुंचने के बाद ट्वीट किया की – ‘हमारे प्रतिनिधिमंडल की ताइवान यात्रा ताइवान के जीवंत लोकतंत्र का समर्थन करने के लिए अमेरिका की अटूट प्रतिबद्धता का सम्मान करती है। ताइवान के नेतृत्व के साथ हमारी चर्चा हमारे साझेदार के लिए हमारे समर्थन की पुष्टि करती है और एक मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को आगे बढ़ाने सहित हमारे साझा हितों को बढ़ावा देती है।’
Our delegation’s visit to Taiwan honors America’s unwavering commitment to supporting Taiwan’s vibrant Democracy.
Our discussions with Taiwan leadership reaffirm our support for our partner & promote our shared interests, including advancing a free & open Indo-Pacific region.
— Nancy Pelosi (@SpeakerPelosi) August 2, 2022
चीन ने चेतावनी दी थी कि अगर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ताइवान की यात्रा की तो अमेरिका को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका ऐसा भड़काऊ कदम उठा रहा जिससे ताइवान जलडमरूमध्य में तनाव बढ़ सकता है। उसे इसकी पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी। अमेरिका को इसकी जिम्मेदारी उठानी होगी और चीन की संप्रभुता और सुरक्षा हितों को कम करके आंकने की कीमत चुकानी होगी।”
चीन लगातार नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे का विरोध कर रहा था। चीन का कहना है कि अमेरिका अबतक ‘वन चाइना’ के सिद्धांत को फॉलो करता रहा है, ऐसे में अब ताइवान के अलगाववाद को समर्थन करना अमेरिका का वादा तोड़ने जैसा है।