Voice Of The People

हर घर तिरंगा लगाने से विपक्षी राजनीतिक दलों को चिढ़ क्यों हो रही है?- प्रदीप भंडारी की दलील

केंद्र सरकार इस स्वतंत्रता दिवस को खास मनाने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चला रही है. इसके तहत लोगों से तिरंगा फहराने की अपील की गई है. साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम नेताओं और लोकप्रिय लोगों ने सोशल मीडिया अकाउंट्स की अपनी प्रोफाइल फोटो को बदलते हुए तिरंगा लगा लिया है. इसी अभियान को लेकर विपक्षी दल राजनीति कर रहा है। गुरुवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने इसी मुद्दे पर बात की।

अपने मुकदमे की शुरुआत करने से पहले प्रदीप भंडारी देशवासियों को कुछ पंक्तियों समर्पित की। जो कुछ इस प्रकार  थी-

ये तिरंगा ये तिरंगा ये हमारी शान है
विश्वभर में भारती की अमिट पहचान है
ये तिरंगा हाथ में ले पग निरंतर ही बढ़े
ये तिरंगा हाथ में ले हम दुश्मनों लड़ रहे

ये तिरंगा विश्व का सबसे बड़ा जनतंत्र है
ये तिरंगा वीरता का गूंजता इक मंत्र है
ये तिरंगा वन्दना है भारती का मान है
ये तिरंगा विश्व भर में भारती की शान

ये तिरंगा कह रहा है अमर भारत देश है
ये तिरंगा इस धरा पर शान्ति का संधान है
तीन रंगो में बुना बलिदानियों का नाम हैं
ये तिरंगा सरदार जी की एकता का गान है

ये भगत की गोलियों की क्रांति की अनुगूंज है
ये तिरंगा चंद्रशेखर की बलिदानी गूँज है
ये तिरंगा क्रान्ति की हर राह का सम्मान है
ये तिरंगा देश की आन, बान, और शान है

ये तिरंगा सरदार कीएकता का आलोक है
ये तिरंगा कारगिल की जीत का उद्घोष है
ये तिरंगा स्वर्ग से सुंदर धरा कश्मीर है
ये तिरंगा झूमता कन्याकुमारी नीर है

ये तिरंगा लता की इक मधुर आवाज है
ये रविशंकर के हाथों में थिरकता ताज है
टैगोर के जनगीत जन गण मन का ये गुणगान है
ये तिरंगा गांधी की शान्ति वाली खोज है

ये तिरंगा नेताजी के दिल से निकला ओज है
ये विवेकानंद जी का जगजयी अभियान है
ये तिरंगा नीरज चोपड़ा का स्वर्णिम अभिमान है
ये तिरंगा कह रहा ये संस्कृति महान है

ये तिरंगा मीराबाई चानू की जीत का संज्ञान है
ये तिरंगा सर्जिकल स्ट्राइक का प्रमाण है
वीर सावरकर का ये इक साधना संगान है
ये तिरंगा ये तिरंगा ये हमारी शान है…

प्रदीप भंडारी ने आगे कहा की, 130 करोड़ देशवासियों की जन भावना इन पंक्तियों में झलक रही है। जब पूरे देशवासी भारत की 75वीं सालगिरह मना रहा है जहा हर व्यक्ति घर पर तिरंगा लगाने की बात कर रहा है वही इस पर कुछ राजनेतिक दल राजनीति कर रहे है।

 

राहुल गांधी आरएसएस पर आरोप लगा रहे है, महबूबा मुफ्ती कश्मीर के पुराने झंडे की तस्वीर लगाने की बात कर रही है जिसका अब कोई अस्तित्व नहीं है और असदुद्दीन ओवैसी इस पर राजनीति कर रहे हैं। मेरा सवाल ये है जब हिंदुस्तान एक है तो राष्ट्रीय ध्वज पर हमारे देश में राजनीति क्यों हो रही है? हर घर तिरंगा लगाने से इन राजनैतिक दलों को चीड़ क्यों हो रही है?

ये कोई भाजपा का एजेंडा नहीं है, ये उन 130 करोड़ देशवासियों का एजेंडा है और अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा की आजादी के अमृत मोहत्सव में हर देशवासी को अपने घर के बाहर तिरंगा लगाना चाइए तो इसमें दिक्कत क्या है?

SHARE

Must Read

Latest