शनिवार को अपने शो जनता का मुकदमा पर शो के होस्ट प्रदीप भंडारी ने आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रहे आरोप प्रत्यारोप को लेकर मुकदमा किया।
प्रदीप भंडारी ने कहा कि, आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप- प्रत्यारोप की राजनीति चल रही है। आज दिल्ली के डिप्टी चीफ मिनिस्टर मनीष सिसोदिया जिनपर शराब घोटाले का और उसपर मुनाफा कमाने का आरोप लगा है उन्होंने आज एक प्रेस कांफ्रेंस की है जिसमे उन्होंने कहा है की भारतीय जनता पार्टी और नरेंद्र मोदी 2024 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल से सामना करने से डरती है। वही दूसरी तरफ अनुराग ठाकुर ने कहा है मनीष सिसोदिया का नाम मनीष की जगह अब उनका नाम मनी श (MONEY SHH) होना चाहिए। अनुराग ठाकुर सीधे कह रहे हैं कि करप्शन के तार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से भी जुड़े हैं।
प्रदीप भंडारी ने एक कैबिनेट नोट दिखाया जो अगस्त 1 का है और कहा कि, इस कैबिनेट नोट में यह कहा जा रहा है कि जो एक्साइज पॉलिसी है जिससे मनीष सिसोदिया दावा कर रहे है की 10 हजार करोड़ रुपए का फायदा होता, उस पॉलिसी से बड़े बड़े नेताओं को फायदा होते दिख रहा था जिससे सरकार को रेवेन्यू का घाटा हो रहा था और दारू की बिक्री बढ़ रही थी। ऐसा इस कैबिनेट नोट में कहा गया है।
'Delhi govt in its cabinet note admitted on August 1, 2022 admitted that the excise policy caused loss to the exchequer. But does a bad excise policy mean corruption by #Sisodia?' –
Pradeep Bhandari's DALEEL on @JMukadma on @IndiaNews_itv.#WillSisodiaBeJailed @pradip103 pic.twitter.com/q9cgiFvEMv
— Jan Ki Baat (@jankibaat1) August 20, 2022
प्रदीप भंडारी ने आगे कहा कि, नवंबर 2021 को आई एक्साइज पॉलिसी को 1 अगस्त 2022 में आया दिल्ली का कैबिनेट नोट अंतर्विरोध कर रहा है। तो क्या इससे आम आदमी पार्टी बैक फुट पर आती दिख रही है? पर साथ में मेरा सवाल ये भी है की कल CBI द्वारा FIR हुई पर आरोप लगे की मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया पैसे लिए पर क्या अभी तक CBI ये साबित कर पाई है की मनीष सिसोदिया ने नए एक्साइज पॉलिसी में रिश्वत ली या नहीं? क्योंकि जब तक यह साबित नहीं होगा कि एक्साइज पॉलिसी से बड़े लोगों को फायदा हुआ, एक्साइज पॉलिसि से जनता को नुकसान हुआ तब तक यह भी साबित नहीं कर पाएंगे कि मनीष सिसोदिया ने घोटाला किया और पैसे लिए।