पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक बार फिर से घमासान शुरू हो गया है। दरअसल, प्रदेश भाजपा अपने दिग्गज नेताओं के नेतृत्व में नबान्न अभियान छेड़ दिया है जिसमें सभी कार्यकर्ता राज्य सचिवालय नबान्न की ओर मार्च निकाल रहे हैं।
रानीगंज रेलवे स्टेशन के बाहर भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस के बीच झड़प हो गई है। इसके बाद पुलिस ने कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। बता दें कि पुलिस की तरफ से इस अभियान के लिए भाजपा को अनुमति नहीं मिली थी।
वहीं हिरासत में लिए जाने के बाद सुवेंदु ने कहा कि ये शांतिपूर्ण आंदोलन है। ये भ्रष्टाचार और बेरोजगारी के खिलाफ हल्लाबोल है। बंगाल की जनता ममता जी के साथ नहीं है इसलिए वह बंगाल में उत्तर कोरिया की तरह तानाशाही कर रही हैं।
नबान्न चलो मार्च के आह्वान के बीच हावड़ा के संतरागाछी इलाके में भाजपा कार्यकर्ताओं को रोकने और तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने पथराव भी किया।
वहीं भाजपा नेता अभिजीत दत्ता ने कहा कि हमारे 20 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने दुर्गापुर रेलवे स्टेशन के पास रोक दिया है। मैं दूसरे रास्तों से यहां पहुंचा हूं। इसके अलावा भाजपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच बोलपुर रेलवे स्टेशन के अंदर भी झड़प हुई।