उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद जय श्री महाकाल का जयकार लगाते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उज्जैन के कण-कण में अध्यात्म है। उन्होंने कहा कि उज्जैन ने भारत की संपन्नता और ज्ञान का नेतृत्व किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में भारत ने गुलामी की मानसिकता से मुक्ति और अपनी विरासत पर गर्व जैसे पंचप्राण का आहवान किया है। इस वजह से अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण पूरी गति से हो रह है। काशी में विश्वनाथ धाम भारत की सांस्कृतिक आध्यात्मिक राजधानी का केंद्र बन रहा है। चार धाम प्रोजेक्ट के जरिये हमारे चारों धाम ऑल वेदर रोड से जुड़ रहे हैं। इतना ही नहीं, पहली बार करतारपुर साहिब कॉरिडोर खुला है। हेमकुंड साहिब रोपवे से जुड़ने जा रहा है। स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना से हमारी अध्यात्मिक चेतना के ऐसे कितने ही केंद्रों का गौरव पुनः स्थापित हो रहा है। इसी कड़ी मे महाकाल लोक भी अतीत के गौरव के साथ भविष्य के स्वागत के लिए तैयार हो चुका है।
पीएम ने कहा कि उज्जैन के पल-पल में कण-कण में इतिहास सिमटा है और आध्यात्म समाया है। कोने-कोने में इश्वरीय ऊर्जा संचारित हो रही है। महाकाल की नगरी प्रलय प्रहार से भी मुक्त है। पीएम ने कहा कि यहां काल की रेखाएं महाकाल मिटा देते हैं। पीएम ने कहा कि यहां भगवान श्रीकृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की थी।