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बीजेपी प्रवक्ता संजू वर्मा ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स रैंकिंग की खोली पोल, जानें

ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में गिरावट हुई है। वहीं भारत के पड़ोसी देशोंं ने इसमें भारत से अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन सरकार ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रैंकिंग को तथ्य से परे बताया है। वहीं अब बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता संजू वर्मा ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स के रैंकिंग की सच्चाई को बताया है और बताया है कि किस प्रकार से इस की रैंकिंग तय होती है और कौन लोग इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

संजू वर्मा ने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि भारत को कैसे रैंकिंग में इग्नोर किया गया जबकि भारत में कोरोना काल के दौरान सबसे बड़ी फूड सिक्योरिटी योजना चलाई गई, जिसके तहत हर महीने 80 करोड़ लोगों को प्रधानमंत्री जन कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन दिया जा रहा था।

संजू वर्मा ने बताया, “चाइना ने इस रैंकिंग में क्यों इतना अच्छा स्थान हासिल किया, इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि केविंचेन जो ग्लोबल हंगर इंडेक्स को तैयार करने वाली संस्था इंटरनेशनल फूड पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट (IFPRI) से जुड़े हैं, वह चाइनीज है और वह चाइना के कई शिक्षण संस्थानों और एग्रीकल्चर संस्थानों से जुड़े हुए हैं। इसके साथ ही केविंचेन ग्लोबल हंगर इंडेक्स को तैयार करने वाली टीम के साथ काफी करीब से जुड़े हुए हैं।”

संजू वर्मा ने आगे चाइना की पोल खोलते हुए कहा कि चाइना में करीब 1 करोड़ 51 लाख बच्चे कुपोषित हैं। चाइना का स्टंटिंग रेट 9.4% है। इसके बावजूद चाइना ने ग्लोबल हंगर इंडेक्स में इतना अच्छा प्रदर्शन किया।

संजू वर्मा ने आगे बताया कि GHI रैंकिंग अंतर्राष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान (IFPRI) द्वारा बनाई गई है। IFPRI के 2 बड़े एंटी इंडिया डोनर हैं, फोर्ड फाउंडेशन और हेवलेट फाउंडेशन। हेवलेट को पिछले साल मोदी सरकार द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया था। संजू वर्मा ने इन तथ्यों के माध्यम से बताया कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स में किस प्रकार की अनियमितताएं बरती जाती है।

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Sombir Sharma
Sombir Sharma
Senior reporter at @jankibaat1 Twitter link - https://twitter.com/Mrsombirkaushik

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