जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए उन्हें पीएम को बहुरूपिया बता दिया । ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी बहरूपिया की तरह बारह दिन में बारह रूप दिखाते रहते हैं। ललन सिंह शुक्रवार को पटना स्थित जेडीयू कार्यालय में एक मिलन समारोह में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे, ललन सिंह के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म की संभावना बढ़ गई है।
ललन सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने कहीं भी और कभी भी चाय नहीं बेची, बल्कि नाटक करते फिर रहे हैं, मोदी जी चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। उन्हें बीते आठ साल के कामों का हिसाब देश को देना चाहिए। काम के नाम पर कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने भाजपा पर आरक्षण खत्म करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पटना उच्च न्यायालय द्वारा हाल ही में दिया गया शहरी निकाय चुनावों को लेकर आदेश, भाजपा की साजिश का परिणाम था।
पीएम के विवादित टिप्पणी के बाद बीजेपी के विरोध पर जदयू प्रमुख ललन सिंह ने अपने बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि मैं माफी क्यों मांगू? मैंने कौन सा गलत शब्द इस्तेमाल किया? ‘बहुरूपिया’, ‘ढोंगी’ असंसदीय भाषा किस शब्दकोश में हैं? आप किसी ऐसे व्यक्ति को क्या कहेंगे जो अलग-अलग रूप लेता है और गलत तथ्य प्रस्तुत करके लोगों को गुमराह करने की कोशिश करता है। मैंने असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया हुं और ना ही माफी मांगूंगा।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने पलटवार करते हुए कहा कि पीएम पर की गई टिप्पणी बिहार की 12 करोड़ जनता का अपमान है, उन्होंने कहा कि क्या भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करना अपराध है? क्या भ्रष्ट लोगों को सलाखों के पीछे भेजना अपराध है? अगर यह अपराध है, तो उस अपराध की सजा देश के 130 करोड़ लोगों को स्वीकार्य है। बिहार के लोग आप लोगों को जल्द ही जवाब देंगे।